इटानगर, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । अरुणाचल प्रदेश के सियांग स्वदेशी किसान मंच (एसआईएफएफ) ने प्रस्तावित सियांग अपर बहुउद्देशीय परियोजना (एसयूएमपी) के मद्देनजर सियांग अपर परियोजना बहुउद्देशीय बांध समिति (एसयूपीएमडीसी) और राजनीतिक नेताओं के हालिया दावों को खारिज कर दिया है। ज्ञात हो कि एसयूपीएमडीसी और राजनेताओं ने एसयूएमपी की प्रारंभिक व्यवहार्यता रिपोर्ट (पीएफआर) के समर्थन में रीगा गांव के 329 परिवारों द्वारा समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षरित करने का दावा किया था।
आज यहां अरुणाचल प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, एसआईएफएफ के प्रवक्ता टागोरी मिज़े ने कहा कि प्रस्तावित एसयूएमपी के लिए पीएफआर के समर्थन के संबंध में संबंधित अधिकारियों और नेताओं द्वारा राज्य सरकार को गुमराह किया जा रहा है।
सियांग जिले के रीगा गांव के लोगों द्वारा प्रस्तावित एसयूएमपी के लिए पीएफआर का समर्थन करने वाले परिवारों के हस्ताक्षरों की वैधता पर उन्होंने संदेह जताया। उन्होंने कहा कि एनएचपीसी द्वारा दिए गए आरटीआई के जवाब से पता चला है कि रीगा में केवल 277 परिवारों ने ही पीएफआर के समर्थन में हस्ताक्षर किए थे और एसयूपीएमडीसी और संबंधित प्राधिकरण द्वारा 329 परिवारों के दावे पूरी तरह से गलत और सरकार को गुमराह किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने यह भी पाया है कि कई ऐसे नाम भी हैं जो रीगा गांव के नहीं हैं, जिनके पास प्रस्तावित परियोजना क्षेत्र में कोई ज़मीन नहीं है और एक ही परिवार से दो या तीन नामों का उल्लेख किया जा रहा है।
वैध घरेलू अनुमोदनों की संख्या बेहद बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई है और विसंगतियों के कारण 329 प्रविष्टियों को रद्द किया जाना चाहिए। वे असत्यापित घरेलू सूची प्रस्तुत कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने राज्य सरकार और संबंधित प्राधिकरण से अनुरोध किया इस सूची को आगे बढ़ाने से पहले इसकी जांच किया जाना जरूरी है।
(Udaipur Kiran) / तागू निन्गी
