Madhya Pradesh

जर्मन तकनीकी कंपनियों का प्रतिनिधिमंडल 18 से 22 अगस्त तक करेगा मध्य प्रदेश का दौरा

स्टार्टअप्स (प्रतीकात्मक तस्वीर)
भाग लेने वाली कंपनियों की सूची

– भारत में आईटी ईको-सिस्टम निर्माण की दिशा में मध्य प्रदेश सरकार की अभूतपूर्व पहलइंदौर, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश सरकार की नवाचार और अनुसंधान पहलों को तेज़ी प्रदान करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए राज्य में पहली बार एमपी ग्लोबल स्टार्टअप एक्सचेंज प्रोग्राम (MP-Global Start-Up Exchange Program) के तहत पांच अग्रणी जर्मन तकनीकी कंपनियों का प्रतिनिधिमंडल 18 से 22 अगस्त तक इंदौर और उज्जैन और भोपाल का दौरा करेगा।

यह कार्यक्रम मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के इनोवेशन और आरएंडडी इनिशिएटिव्स को मजबूत बनाने की दिशा में उठाया गया एक अग्रणी कदम है। जबकि उद्योग क्षेत्र में तेजी से प्रगति हो रही है। आज एक मजबूत टेक्नोलॉजी इको-सिस्टम का निर्माण की आवश्यकता है। यह पहली बार का आइस-ब्रेकिंग इनिशिएटिव मध्य प्रदेश को भारत के तकनीकी नक्शे पर एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा

18 अगस्त से 19 अगस्त तक आईटी पार्क स्थित इन्फाेबींस के मुख्यालय में रणनीतिक चर्चा एवं तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। 19 अगस्त को एमपीआईडीसी के कार्यकारी निदेशक हिमांशु प्रजापति के साथ इंदौर में जर्मन स्टार्ट-अप्स के अनुभव और अपार संभावनाओं पर चर्चा होगी वहीं 20 अगस्त को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान इंदौर में इन्क्यूबेशन सेंटर विजिट एवं टेक स्टार्ट-यूपीएस से चर्चा होना तय है। दोपहर में उज्जैन प्रवास के दौरान उज्जैन इन्क्यूबेशन सेंटर विज़िट एवं जिले के आईटी उद्यमियों के चर्चा और 21 और 22 अगस्त भोपाल में उद्योग विभाग के उच्च अधिकारी, प्राइवेट शैक्षणिक एवं तकनिकी संस्थान के साथ चर्चा प्रस्तावित है।

एआई और तकनीकी इको-सिस्टम में नई क्रांति

यह पहल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईओटी और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के क्षेत्र में मध्य प्रदेश को एक अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में है। जर्मन कंपनियों की उन्नत तकनीक और भारतीय बाजार की विशाल संभावनाओं का यह संयोजन राज्य में नवाचार की नई लहर लाने का वादा करता है।

ईको-सिस्टम डेवलपमेंट की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

इन्क्यूबेशन मास्टर्स (आइएम) और जर्मनी इंडिया इनोवेशन कॉरिडोर (जीआइआइसी) के सहयोग से आयोजित यह कार्यक्रम केवल एक व्यावसायिक दौरा नहीं है, बल्कि मध्य प्रदेश के तकनीकी भविष्य की आधारशिला है। यह पहल राज्य सरकार की दूरदर्शी सोच का परिचायक है जो उद्योग की प्रगति के साथ-साथ एक संपूर्ण इको-सिस्टम का निर्माण करने पर केंद्रित है।

सरकारी प्राथमिकताओं के अनुरूप

यह कार्यक्रम मध्य प्रदेश सरकार की आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश और डिजिटल इंडिया की नीतियों के पूर्ण अनुरूप है। राज्य को भारत के तकनीकी हार्टलैंड के रूप में स्थापित करने की यह पहल निश्चित रूप से युवाओं, उद्यमियों और तकनीकी पेशेवरों के लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगी।

भविष्य की संभावनाएं

इस कार्यक्रम की सफलता के आधार पर, भविष्य में अमेरिका, सिंगापुर, यूएई और अन्य तकनीकी अग्रणी देशों के साथ भी समान साझेदारी की योजना है। यह मध्य प्रदेश को एक ग्लोबल टेक हब बनाने की दिशा में पहला महत्वपूर्ण कदम है।————-

(Udaipur Kiran) तोमर

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