
हुगली, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित और अर्जुन पुरस्कार विजेता भारतीय तैराक बुला चौधरी का पद्मश्री पुरस्कार शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के हुगली ज़िले के हिंद-मोटर स्थित उनके पैतृक आवास से चोरी हो गया। बुला चौधरी वर्तमान में दक्षिण कोलकाता के कस्बा में रहती हैं लेकिन उनके तैराकी करियर के दौरान अर्जित सभी पुरस्कार, ट्रॉफ़ी और पदक हिंद-मोटर स्थित उनके पैतृक आवास पर प्रदर्शित थे।
वह हर हफ़्ते अपने पैतृक आवास पर आती थीं और यह देखने जाती थीं कि उनके पुरस्कार, ट्रॉफ़ी और पदक ठीक से हैं या नहीं। शुक्रवार को पता चला कि उनकी पद्मश्री पुरस्कार शील्ड उस जगह से गायब थी जहाँ उसे प्रदर्शित किया गया था। बाद में, पता चला कि उनके कुछ और पुरस्कार, ट्रॉफ़ी और पदक भी चोरी हो गए हैं।
हिंद-मोटर स्थित आवास पर रहने वाले तैराक के भाई मिलन चौधरी ने बताया कि इससे पहले भी उनके आवास पर तीन बार चोरी-डकैती की कोशिशें हुई थीं। उन्होंने कहा, हर बार पुलिस में शिकायत दर्ज की गई उसके बाद भी ऐसी कोशिशें बंद नहीं हुईं। कुछ समय के लिए वहाँ पुलिस चौकी भी लगाई गई थी, जिसे एक निश्चित समय के बाद हटा लिया गया।
चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के उपायुक्त(श्रीरामपुर) अर्नब बिस्वास ने बताया कि कुल 10 पदक और शील्ड चोरी हुए हैं। बिस्वास ने कहा, पहली नज़र में ऐसा लग रहा था कि चोरी की गई सभी चीज़ें सोने से बनी थीं। हमने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
चोरी की सूचना मिलते ही बुला चौधरी कोलकाता से तुरंत अपने हिंद-मोटर स्थित आवास पहुंची। अपने आवास पर पहुँचकर, वह फूट-फूट कर रोने लगीं और पुलिस पर आरोप लगाया कि जिस आवास में इतने प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदर्शित थे, वहां सुरक्षा के उचित प्रबंध नहीं किए गए।
चौधरी ने कहा, मैंने कड़ी मेहनत और संघर्ष के बाद ये पदक हासिल किए थे। अब उनमें से ज़्यादातर चोरी हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मेरा सवाल है कि पुलिस इसे रोकने में कामयाब क्यों नहीं हो पाई?
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
