Assam

असम तीव्र विकास में देश में तीसरे स्थान पर : मुख्यमंत्री

असमः गुवाहाटी के खानापाड़ा स्थित पशु चिकित्सा महाविद्यालय के खेल मैदान में स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा
असमः खानापाड़ा स्थित पशु चिकित्सा महाविद्यालय के खेल मैदान में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेती बच्ची।

– सीएम डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने खानापाड़ा में स्वतंत्रता दिवस के केंद्रीय कार्यक्रम को किया संबोधित

गुवाहाटी, 15 अगस्त (Udaipur Kiran) । देशभर में 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। इस कड़ी में राजधानी गुवाहाटी के खानापाड़ा स्थित पशु चिकित्सा महाविद्यालय के खेल मैदान में राज्यस्तरीय केंद्रीय तौर पर स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया गया। वहीं दूसरी ओर असम के प्रत्येक जिला मुख्यालयों में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। खानापाड़ा के खेल मैदान में मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को संबोधित करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की।

आरंभ में प्रत्येक स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, गोपीनाथ बोरदोलोई, विष्णुराम मेधि के पदचिह्न पर मुझे मुख्यमंत्री बनने का अवसर प्राप्त हुआ। असमवासियों को दी गई प्रतिज्ञा की सफलता आज वास्तविकता की दिशा में है। असम में हम शांति का कबूतर उड़ाते हैं। साढ़े चार साल के विकास पर मुझे गर्व अनुभव हो रहा है। ब्रह्मपुत्र नदी पर पुलों का निर्माण, सेमिकंडक्टर परियोजना, गुवाहाटी के रिंग रोड अब खुलने की दिशा में हैं। नामरूप के खाद कारखाने, रेल मार्ग अब विद्युतीकरण हो गए हैं, गुवाहाटी के अत्याधुनिक हवाई अड्डा खुलने के रास्ते पर हैं। पिछले 4.5 वर्षों में हर दिन असम में 14 किलोमीटर मार्ग का निर्माण हुआ है।

मुख्यमंत्री ने स्वदेशी का जिक्र करते हुए कहा कि वोकल फार लोकल और लोकल फार ग्लोबल के सपने को साकार करना होगा। उन्होंने स्थानीय उत्पादों को आत्मसात करने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा, तेजी से विकास के मामले में भारत में असम तीसरे स्थान पर है। असम में अब उग्रवाद खत्म हो गया है। राज्य में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध अब कम हो गए हैं। 2026 के भीतर हम असम में बाल विवाह रोकने में सफल होंगे। असम अब आंदोलनमुक्त है। असम के युवक-युवतियों ने नए सपने देखे हैं। नियुक्तियों के मामले में हम मील का पत्थर स्थापित करने में सक्षम हुए हैं। कांग्रेस के शासन में भ्रष्टाचार हुआ, युवा लोगों के सपने नष्ट किए गए। वर्तमान सरकार ने 1 लाख 51 हजार से अधिक नियुक्तियां दी हैं। आगामी अक्टूबर में सरकार कई हजार पदों पर नियुक्तियां देने वाली है।

1.20 लाख बीघा भूमि बेदखल मुक्त की गई है। फिर से चलेगा उच्छेद अभियान, यह निरंतर प्रयास जारी रहेगा। असम की एक इंच भूमि भी बेदखल करने वालों के कब्जे में नहीं रह सकती। कई सत्रों (मठ) की भूमि को मुक्त कराने में सरकार सक्षम रही है। अनजान लोगों ने चारों ओर से हमें घेर लिया था। सत्र की अक्षय दीप को अभी भी पकड़ कर रखने वाले साहसी असमिया को धन्यवाद देता हूं। हमारी मिट्टी अनजान लोग कभी नहीं ले सकते। हमारी मिट्टी किसी कारण से अनजान लोग को बेची नहीं जाएगी। बसुंधरा योजना के जरिए 2 लाख 29 हजार लोगों को भूमि के अधिकार का लाभ मिला है।

मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, महाराज पृथु के नाम पर ‘नुनमाटी-दिघलीपुखुरी’ नये फ्लाई ओवर का नामकरण होगा। आने वाले जनवरी माह में एक लाख असमिया ‘अ’ मोर आपोनार देश गीत गाएंगे। छात्रों को मुख्यमंत्री ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ‘निजुत मोइना’ योजना असम को और आगे बढ़ाएगा। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर असम में अरुणोदय योजना का तीसरा संस्करण शुरू होगा। महिलाओं के माइक्रोफाइनेंस के ऋण माफ करके हमने ईमानदारी दिखाई है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पराक्रमी योद्धाओं को मुख्यमंत्री ने श्रद्धा के साथ याद किया। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक असमिया को आत्मनिर्भर और आत्मनियोक्ता होने की अपील की। मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा, अजनबी हमारी लड़कियों और युवा महिलाओं को लव जिहाद में फंसाकर उनको छूने की हिम्मत किया। अब वे हम पर शासन करने के लिए आना चाहते हैं, ऐसे लोगों को आश्रय नहीं दें। अगर उन्हें 10 वर्ष शासन करने दिया गया तो हम अपनी जाति-भूमि खो देंगे। आने वाले 15 वर्षों में उनमें से 80 प्रतिशत लोग मंत्री-विधायक बनेंगे। धुबड़ी-बरपेटा से वे निकलकर मार्घेरिटा पहुंच चुके हैं। उन्होंने (विपक्ष) अजनबियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। हमने जमीन खो दी है, हमने अपनी चुनाव क्षेत्र खो दिया है। आज मेडिकल में हमारे लिए जगह नहीं है, उबर कौन चला रहा है? अदालतों में वकीलों के रूप में उन लोगों की संख्या अधिक है। धुबड़ी-ग्वालपाड़ा में हमें कंफर्माइज होकर चलना पड़ रहा है। हमें एक होकर लड़ना होगा। सभी लोगों को एकजुट होना होगा। हमें जीवित रहने के लिए संघर्ष करना होगा। जमीन मत बेचो, हम अजनबियों को कोई घर किराए पर नहीं देंगे, मैं आपसे यह अनुरोध करता हूं। हमें लड़ना होगा, हमें असम को जिंदा रखना है। राज्य ने संकल्प लिया है, हमें असम को बचाना है। मुख्यमंत्री ने जिला आयुक्तों को सख्त होने का भी निर्देश दिया।——————————

(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय

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