
शिमला, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर वीरवार काे परवाणू में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने देश के विभाजन को मानवता की सबसे बड़ी त्रासदी करार देते हुए इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी हमें बहुत बड़ी कीमत चुकाकर मिली जिसमें लाखों लोगों की जान गई और करोड़ों लोग बेघर हो गए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि धर्म के आधार पर पाकिस्तान का निर्माण कांग्रेस की तत्कालीन नेतृत्व की विफलता और राजनीतिक महत्वाकांक्षा का परिणाम था। उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद मिली, लेकिन हमें उसका तोहफा अखंड भारत के रूप में नहीं बल्कि खंडित राष्ट्र के रूप में मिला। अंग्रेजों ने जाते-जाते हमें टुकड़ों में बांट दिया और सांस्कृतिक तानाबाना छिन्न-भिन्न कर दिया।
उन्होंने कहा कि विभाजन के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा में लाखों लोगों की जान गई और करीब दो करोड़ लोग विस्थापित हुए। सरकार की नाकामी और लापरवाही ने आम लोगों को हिंसक भीड़ के हवाले कर दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मानवता के इस सबसे बड़े अपराध पर किसी ने माफी नहीं मांगी और न ही कोई जिम्मेदारी ली।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने का जो निर्णय लिया, वह साहसिक और ऐतिहासिक कदम है। यह दिवस केवल बीते कल की त्रासदी को याद करने का नहीं, बल्कि उससे सीख लेकर भविष्य में ऐसी भूल न दोहराने का संकल्प लेने का अवसर है।
उन्होंने कहा कि यह विभाजन केवल जमीन पर खींची एक रेखा नहीं थी, बल्कि यह मानवता पर चला नश्तर था, जिसका दर्द आज भी जीवित है। उन्होंने कहा कि आज जब हम आजादी का जश्न मनाते हैं, तो बंटवारे का दर्द भी देश के सीने को छलनी करता है।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
