
कोलकाता, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने गुरुवार को कहा कि राज्य के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त विश्वविद्यालयों में, जहां फिलहाल अंतरिम कुलपति कार्यरत हैं, इस महीने के अंत तक पूर्णकालिक कुलपतियों की नियुक्ति की संभावना है।
राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस ने हाल के महीनों में कई विश्वविद्यालयों में अंतरिम कुलपतियों की नियुक्ति की थी, क्योंकि मौजूदा कुलपतियों का कार्यकाल समाप्त हो गया था। इनमें कोलकाता विश्वविद्यालय भी शामिल है।
गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में ब्रात्य बसु ने कहा, आपको उम्मीद है कि अगस्त के अंत तक सभी विश्वविद्यालयों में स्थायी कुलपति मिल जाएंगे। कौन जानता है, शायद उससे पहले ही ऐसा हो जाए।
जब उनसे पश्चिम बंगाल संयुक्त प्रवेश परीक्षा (डब्ल्यूबीजेईई) के परिणाम जारी करने में हो रही देरी के बारे में पूछा गया, तो बसु ने कहा कि सात अगस्त को कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के कारण यह मामला न्यायिक गतिरोध में फंस गया है। उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि यह मामला जल्द सुलझ जाएगा। हमारे वकील इस पर काम कर रहे हैं।
हाई कोर्ट ने डब्ल्यूबीजेईई बोर्ड को पहले की मेरिट लिस्ट को रद्द कर सात प्रतिशत आरक्षण के प्रावधान के साथ नई मेरिट लिस्ट तैयार करने और इसे 15 दिनों के भीतर प्रकाशित करने का निर्देश दिया था। अदालत ने पाया था कि बोर्ड की पिछली सूची 2010 से पहले मान्यता प्राप्त 66 ओबीसी वर्गों के आरक्षण को लेकर मई के आदेश के अनुरूप नहीं थी।
जादवपुर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हिंदोल मजूमदार की गिरफ्तारी पर, जिन पर बसु के काफिले पर एक मार्च को हमला करने की साजिश का आरोप है, शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। यह पूरी तरह पुलिस का विषय है, इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
