
मंडी, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश स्वतंत्रता सेनानी परिषद मंडी की ओर से स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान की मांग को एक बार फिर दोहराया है। मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए जिला अध्यक्ष जगदीश गुलेरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले में अब और देर न करें। इस अवसर पर मुख्य सलाहकार स्वतंत्रता सेनानी परिषद ओम चंद् कपूर, महासचिव डॉ. अतुल ठाकुर, उपाध्यक्ष के. के. वर्मा, मंडल अध्यक्ष मंडी शमशेर सिंह, तथा सुंदर नगर मंडल अध्यक्ष दुनी चंद शर्मा सहित परिषद के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
स्वतंत्रता सेनानी परिषद ने एक बार फिर से प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मांग की है कि वे से स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के गठन की तत्काल घोषणा करे। यह मांग पहले भी डेलीगेशन द्वारा की गई थी और मुख्यमंत्री ने इसे प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया था, परंतु आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इसके अलावा परिषद की अन्य मांगों में स्थानीय गांधी भवन में स्वतंत्रता सेनानी परिषद को आवंटित कमरा परिषद को दोबारा नहीं सौंपा गया, जबकि इस पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को ज्ञापन सौंपा जा चुका है। नौकरियों में स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों के लिए आरक्षित कोटे को समाप्त करने के वादे अब तक अधूरे है। विधवा पेंशन की अदायगी रुकी हुई है, जिसे राज्य व केंद्र सरकार तत्काल पुनः प्रारंभ करे। गांवों तक सड़क निर्माण की मांग वर्षों पुरानी है आज भी कई स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन बीमारों को स्ट्रेचर पर उठाकर मुख्य सड़क तक लाने को मजबूर हैं। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह ने यह कार्य शुरू करने का वादा किया था, परंतु आज तक क्रियान्वयन नहीं हुआ।
स्वतंत्रता सेनानी परिषद की ओर से मुख्यमंत्री से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के पावन अवसर पर यह मांग की गई है कि स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड का तुरंत गठन किया जाए। रुकी हुई पेंशन, सड़क निर्माण, कार्यालय स्थान और आरक्षण नीति से जुड़ी मांगों को त्वरित प्रभाव से पूरा किया जाए। स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों के सम्मान और कल्याण हेतु स्थायी नीति घोषित की जाए।
जिला अध्यक्ष ने कहा कि देश की आज़ादी के लिए सब कुछ न्यौछावर करने वालों का सम्मान सिर्फ शब्दों से नहीं नीतियों और कार्यों से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मांग नहीं अपितु कर्ज चुकाने का वक्त है।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
