
– अमृत उद्यान 16 अगस्त से 14 सितंबर तक जनता के लिए खुला रहेगा
नई दिल्ली, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में अमृत उद्यान के एक माह तक चलने वाले ग्रीष्मकालीन वार्षिकोत्सव का उद्घाटन किया। अमृत उद्यान 16 अगस्त से 14 सितंबर तक जनता के लिए खुला रहेगा।
राष्ट्रपति भवन के एक बयान के अनुसार, इस दौरान अमृत उद्यान सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक खुला रहेगा, जबकि अंतिम प्रवेश शाम 5:15 बजे होगा। प्रत्येक सोमवार को रखरखाव के लिए उद्यान बंद रहेगा। उद्यान में प्रवेश के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। यह निःशुल्क है। आगंतुक राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट (https://visit.rashtrapatibhavan.gov.in/) पर ऑनलाइन अपना स्थान बुक कर सकते हैं। बिना ऑनलाइन बुकिंग वाले दर्शक गेट संख्या 35 के बाहर लगे सेल्फ-सर्विस कियोस्क के माध्यम से अपना पंजीकरण कर सकते हैं।
आगंतुकों का प्रवेश नॉर्थ एवेन्यू रोड के पास स्थित राष्ट्रपति भवन के द्वार संख्या 35 से होगा। आगंतुक उद्यान के अंदर मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक चाबियां, पर्स, हैंडबैग, पानी की बोतलें, बच्चों की दूध की बोतलें और छाते ले जा सकते हैं। इनके अलावा, किसी अन्य वस्तु को ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
अमृत उद्यान में विशेष अवसरों पर खास वर्गों को विशेष प्रवेश प्रदान किया जाएगा। 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में खिलाड़ियों और खेल जगत से जुड़े व्यक्तियों के लिए विशेष प्रवेश की व्यवस्था की गई है। वहीं 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
इस वर्ष ग्रीष्मकालीन वार्षिकोत्सव का प्रमुख आकर्षण ‘बैबलिंग ब्रुक’ है जो एक प्राकृतिक जल प्रवाह की अनुभूति देने वाला क्षेत्र है। यह विशेष लैंडस्केप जोन पहले के म्यूजिकल फाउंटेन की जगह पर विकसित किया गया है। इस विशेष जोन में झरनों और फव्वारों से युक्त बहती जलधारा, स्टेपिंग स्टोन्स और रिफ्लेक्टिंग पूल, विश्रामदायक वटवृक्षों के नीचे रिफ्लेक्सोलॉजी पथ शामिल हैं। इसके अलावा पंचतत्व ट्रेल्स और वन्य ध्वनियों के साथ एक मनमोहक अनुभव, हर्बल और प्लूमेरिया गार्डन, सुगंधित पौधों से भरपूर घास के टीले शामिल हैं।अमृत उद्यान के भ्रमण में इस बार बाल वाटिका, हर्बल गार्डन, बोन्साई गार्डन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल होंगे। साथ ही, क्यूआर कोड के माध्यम से विभिन्न पौधों, उनके वैज्ञानिक नामों और डिज़ाइन तत्वों की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। भ्रमण के अंत में एक जीवंत फूड कोर्ट भी आगंतुकों के लिए खुला रहेगा।
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(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार
