
सिरसा, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । स्थानीय पुलिस ने विदेश से रिश्तेदार बनकर मदद की गुहार लगाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए मध्यप्रदेश से मुख्य सरगना सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से नौ मोबाइल फोन, आठ सिम, आठ डेबिट कार्ड, 13 चेकबुक, 22 पासबुक, 12 क्यूआर कोड स्कैनर व तीन लाख 70 हजार नगद राशि बरामद की गई है।
डीएसपी कपिल अहलावत ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि आरोपियों की पहचान सुम्मू कुमरे उर्फ छोटू पुत्र रतन लाल, संजय कुमार उर्फ चंदू पुत्र रूपचंद व देवेंद्र विश्वकर्मा उर्फ देवा पुत्र गिरन सिंह विश्वकर्मा निवासी जिला सिवनी मध्यप्रदेश के रूप में हुई है। डीएसपी ने बताया कि शिकायतकर्ता क व्हाट्सएप नम्बर पर अनजान नम्बर से काल आई और उसने कहा कि वह शिकायतकर्ता के भतीजे का दोस्त आस्ट्रेलिया से बोल रहा है और उसका एक दोस्त दिल्ली में अस्पताल में काफी बीमार हालत में भर्ती है। कॉल करने वाले ने शिकायतकर्ता से बैंक खाता मांगा कि उसके दोस्त के खाता में दिक्कत होने के कारण पैसे नहीं जा रहे, मैं आपके खाता में भेज दूंगा आप उसके दोस्त के पास भेज देना। जिस पर शिकायतकर्ता ने अपना खाता उस वाट्सएप नंबर पर भेज दिया। उसके बाद उस वाट्सएप्प नम्बर से उसके पास एक कम्पयूटराइज रसीद प्राप्त हुई जिसमें शिकायतकर्ता के खाते में 16 लाख रुपये क्रेडिट दिखाए।
कॉल करने वाले ने बताया कि तकनीकी खराबी होने पर अभी आपके खाते में पैसे नहीं आए हैं जो थोड़ी देर में आ जाएंगे, शिकायतकर्ता को विश्वास में लेने के लिए कॉल करने वाले ने एक फर्जी बैंक मैनेजर से शिकायतकर्ता की बात कराई जिससे शिकायतकर्ता को विश्वास हो गया। फिर उसके व्हाट्सपपर उसी नम्बर से दो बैंक के खाता नम्बर भेजे गए। उसने दोनों बैक खाता में 13 लाख 50 हजार रुपये भेज दिए।
पुलिस ने सुराग जुटाकर मध्यप्रदेश से तीनों आरोपियों को काबू कर लिया। आरोपियों के कब्जे से नौ मोबाइल फोन, आठ सिम, आठ डेबिट कार्ड, 13 चेकबुक, 22 पासबुक, 12 क्यूआर कोड स्कैनर व मुख्य आरोपी सुम्मू के पास से 90 हजार रुपये नगद राशि बरामद हुई। जांच के दौरान चार लाख रूपये आरोपी संजय के खाता में व नौ लाख 50 हजार रुपये किसी अन्य खाता में जाना ट्रांसफर होने मिले। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी सुम्मू का पांच दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर सुम्मू के घर से दो लाख 80 हजार रुपये नगद राशि बरामद की गई । रिमांड अवधि के दौरान की गई पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वे दूसरे लोगों के खाते में पैसे डलवा कर साइबर ठगी करते थे।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
