कोकराझार (असम), 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । ऐतिहासिक 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के प्रमुख प्रमोद बोडो के नेतृत्व में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) के विभिन्न क्षेत्रों से आए 6,387 लोगों को सम्मानित किया जाएगा। इन व्यक्तियों ने शांति स्थापित करने, संस्कृति को संरक्षित रखने और सामुदायिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देकर क्षेत्र की पहचान को मजबूत किया है। यह अनूठा आयोजन 15 अगस्त को कोकराझार स्थित बोडोफा सांस्कृतिक परिसर में होगा और बीटीआर के इतिहास में अपनी तरह का पहला सम्मान समारोह होगा।
इस विशेष सम्मान में विभिन्न वर्गों के उन योगदानकर्ताओं को शामिल किया जाएगा जिनके जीवन और कार्य ने क्षेत्र की सामाजिक और सांस्कृतिक संरचना को मजबूती दी है। इनमें बीमा सिबिनाई बिथांखि—बोडोलैंड आंदोलन के उन अमर शहीदों की माताएं, जिनके बेटों ने जनता के हित में सर्वोच्च बलिदान दिया—विशेष रूप से सम्मानित होंगी। ऑल बाथौ महासभा के दौरी को स्वदेशी संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण एवं पालन में उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा, वहीं गुड़ी बाथौ ओजाह को सामुदायिक आध्यात्मिक धरोहर से जुड़े पवित्र अनुष्ठानों और रीति-रिवाजों के संरक्षक के रूप में मान्यता दी जाएगी। रोमन स्क्रिप्ट आंदोलन में भाषाई पहचान की रक्षा हेतु प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को भी इस अवसर पर श्रद्धांजलि दी जाएगी।
इस ऐतिहासिक सम्मान में रेडियो और टेलीविजन कलाकारों को भी शामिल किया जाएगा, जिन्होंने बोडो गीत, सिनेमा और सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखा है। बोडोलैंड मूवमेंट एक्स-वर्कर्स एसोसिएशन (बीएमईडब्ल्यूए) को भी उस साहस और समर्पण के लिए सम्मानित किया जाएगा, जो उन्होंने बोडोलैंड आंदोलन के दौरान जनता, भूमि और संसाधनों की रक्षा के लिए दिखाया। बोडोलैंड हैप्पीनेस मिशन के तहत कम्युनिटी विज़न डॉक्यूमेंट के हिस्से के रूप में उन व्यक्तियों को भी सम्मान मिलेगा, जिन्होंने न्याय और अधिकारों की प्राप्ति के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
उतना ही महत्वपूर्ण होगा सिखना झ्वावलाओ राष्ट्रीय उद्यान और रायमोना राष्ट्रीय उद्यान के पूर्व लकड़हारों का सम्मान, जिन्होंने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले कार्यों को त्यागकर सम्मानजनक और टिकाऊ आजीविका को अपनाया है। सिखना झ्वावलाओ राष्ट्रीय उद्यान के उत्कृष्ट अधिकारियों और पर्यावरणविदों को भी संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन के प्रति उनके दृढ़ संकल्प के लिए सराहा जाएगा। इसके अलावा, बीटीआर के उन स्टार्ट-अप उद्यमियों को भी मंच पर सम्मान मिलेगा, जिनके नवाचार और सामुदायिक विकास के प्रति समर्पण ने प्रगति और दृढ़ता की मिसाल कायम की है।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा
