
जबलपुर, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश की संस्कारधानी में पिछले दिनों हुई डकैती को लेकर जबलपुर के 15 थाने की पुलिस डकैतों को ढूंढने में व्यस्त है। वही इसका लाभ उठाकर चोरों की चांदी हो चली है। विगत दिवस माढोताल थाना क्षेत्र में एक के बाद एक चोरियां होना इस बात का उदाहरण है। पीड़ित व्यक्ति यदि थाने जाता है तो वहां स्टाफ न होने से भटकता है। जैसे तैसे अगर शिकायत दर्ज हो भी गई तो मामला लटका दिया जाता है। इसका साक्षात उदाहरण है माढोताल अंतर्गत ड्रीमलैंड सिटी मां कृपा परिसर में सूने पड़े घर में चोरों ने धावा बोला एवं नगदी व् गहने लेकर फरार हो गए। पीड़ित व्यक्ति सुरेश चौरसिया जब दूसरे दिन अपने घर आए तो उन्होंने घर का ताला टूटा हुआ पाया अंदर जाकर देखा तो लाकर सहित कई ताले टूटे मिले। चोर नगदी व् गहने पर हाथ साफ कर चुके थे।
इसके बाद उन्होंने माढोताल थाने में संपर्क किया जहां कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। पीड़ित व्यक्ति डेढ़ घंटे थाने में मौजूद रहा किसी तरह उसे शिकायत पर रिसीविंग मिली दूसरे दिन पुनः संपर्क करने पर मामला दर्ज हुआ। इस चोरी के बाद पता चला कि उसी रात ठीक एक घर आगे चोरों ने दोबारा चोरी की वारदात को अंजाम दिया ।उक्त मकान सुरभि साहू का है जहां मकान मालिक बाहर गए हुए हैं। वहीं चोरों ने ताला तोड़ नगदी व् गहनो पर हाथ साफ कर दिया। सूचना पर कई घंटे बाद डायल हंड्रेड वहां पहुंची। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व माढोताल थाना क्षेत्र में कई चोरियां हुई है। पुलिस की शिथिलता के चलते चोर वारदातों को लगातार अंजाम दिए जा रहे हैं।
एक दूसरा पहलू यह है कि पीड़ित चौरसिया परिवार को जब चोरों का सुराग लगा तो उन्होंने पुलिस से संपर्क करना चाहा परंतु थाना प्रभारी की डकैती कांड में व्यस्तता के चलते थाने में कोई जिम्मेदार मौजूद नहीं है। जब किसी प्रकार का संपर्क नहीं हुआ तो कंट्रोल रूम प्रभारी सतीश झारिया से संपर्क किया गया तो उन्होंने सब इंस्पेक्टर निलेश पोर्ते का नंबर दिया परंतु वह भी नों रिप्लाई हुआ। इसके बाद उन्होंने थाने का नंबर दिया, लेकिन थाने के नंबर पर कई बार लगाने के बाद नहीं उठा। लिहाजा लगता है कि एक बड़ी वारदात के बाद शहर भगवान भरोसे हो गया। बहरहाल जनता को चाहिए वह स्वयं जागृत रहे एवं अपने जान माल की सुरक्षा के लिए रतजगा करे।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
