
नई दिल्ली, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने द्वारका एक्सप्रेसवे के लिए दिल्ली के जिन गांवों की जमीन अधिग्रहित की गई है, वहां के निवासियों के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे पर आवाजाही निःशुल्क करने की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 अगस्त को द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे।
यादव ने बुधवार को एक बयान में कहा कि यदि सरकार द्वारका एक्सप्रेसवे की लागत अथवा टैक्स की वसूली करना ही चाहती है, तो जिन बिल्डरों को एक्सप्रेसवे के नजदीक जमीन दी गई है। उनसे एक्सप्रेसवे बनाने पर आए खर्च की कुछ औसत पर पूर्ति कर सकती है। लोगों के टैक्स के पैसों से बना करोड़ों की लागत का द्वारका एक्सप्रेसवे पर आवाजाही के लिए लागू टैक्स की दरें बहुत अधिक है।
उन्होंने कहा कि श्रेणी-1 कार के लिए एकल टैक्स 235 रुपये और वापसी के लिए 350 रुपये रखा गया है। श्रेणी-2 टैंपो आदि के लिए एकल टैक्स 375 रुपये और वापसी के लिए 565 रुपये, श्रेणी-3 बसों आदि के लिए एकल टैक्स 860 रुपये और वापसी के लिए 1290 रुपये, श्रेणी-4 12 टायर के ट्रक आदि के लिए एकल टैक्स 1235 रुपये और वापसी के लिए 1855 रुपये तथा श्रेणी-5 16 टायर के ट्रक आदि के लिए एकल टैक्स 1505 रुपये और वापसी के लिए 2260 रुपये रखना सरकार की अनैतिक उगाही का हिस्सा है, जिसके तहत सरकार निजी कंपनियों को लागत से अधिक का मुनाफा कमा कर देना चाहती है।
यादव ने कहा कि दिल्ली के गांव देहात के लोग प्रतिदिन गुरुग्राम, जयपुर आदि आवाजाही करते हैं, क्योंकि बहुत अधिक लोगों की वहां पर रिश्तेदारियां हैं। सरकार को द्वारका एक्सप्रेसवे पर दिल्ली के उन गांव वालों को निःशुल्क आवाजाही की घोषणा करनी चाहिए, जिनकी जमीन एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहण की गई है।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
