
धर्मशाला, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री आदर्श गांव योजना के अन्तर्गत जिला कांगड़ा में 64 गांवों को चयनित किया गया है जिसमें से 60 गांवों को आदर्श घोषित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में चयनित गांवों को वर्ष 2025-26 में कुल 3.94 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि आदर्श ग्राम एक ऐसी संकल्पना है जिसमें समाज के सभी वर्गों की न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति हो, और असमानताएं कम हों। प्रधानमंत्री आदर्श गांव योजना अभिसरण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य 40 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जनसंख्या वाले गांवों का एकीकृत विकास सुनिििश्चत करना है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से 10 विभिन्न कार्यक्षेत्रों जैसे पेयजल और स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण सड़कें और आवास, विद्युत और स्वच्छ ईंधन, कृषि पद्धतियां, वित्तिय समावेषण डिजीटलीकरण और जीवन यापन तथा कौशल विकास के अन्तर्गत 50 निगरानी योग्य संकेतकों में सुधार करना है।
उपायुक्त ने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की सम्बधित ग्राम पंचायतों के साथ समय-समय पर समीक्षा करंे तथा गाँव के विकास हेतु योजना के अंतर्गत जारी की गयी राशि को व्यय करना सुनिशिचित करें।
जिला कल्याण अधिकारी साहिल मांडला ने बताया कि जिन्हें 50 निगरानी योग्य संकेतकों में 70 या इससे अधिक अंक प्राप्त हैं, को उपायुक्त कांगड़ा जो जिला प्रधानमंत्री आदर्श गांव योजना अभिसरण समिति के अध्यक्ष भी हैं, द्वारा आदर्श ग्राम घोषित किया गया है।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
