
जयपुर, 12 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान अपनी भौगोलिक स्थिति, खनिज सम्पदा ऊर्जा क्षमता और निवेश अनुकूल नीतियों के कारण वैश्विक पटल पर बिजनेस फ्रेंडली स्टेट के रूप में नई पहचान बना रहा है। राज्य सरकार द्वारा गत वर्ष आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के तहत राज्य में 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए। इनके धरातल पर मूर्त रूप लेने से प्रदेश में बुनियादी ढ़ांचे का विकास होने के साथ ही वृहद् स्तर पर रोजगार का सृजन होगा।
शर्मा मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के तहत हुए निवेश समझौतों की ग्राउंड ब्रेकिंग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह समिट केवल एक आयोजन ही नहीं, बल्कि राज्य की सतत् विकास प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास निवेश, नवाचार और समावेशी विकास के क्षेत्र में प्रदेश के विकास को नई गति देना है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एमओयू से संबंधित भूमि आवंटन सहित अन्य कार्यों में भी तेजी लाते हुए सभी एमओयू को समयबद्ध रूप से धरातल पर मूर्तरूप दिया जाए। उन्होंने कहा कि निवेशकों द्वारा चाही गई लोकेशन पर जमीन उपलब्ध ना होने की स्थिति में उन्हें आस-पास के क्षेत्र में वैकल्पिक जमीन दिखाई जाए। श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान के विकास के लिए हर एक निवेश एमओयू महत्वपूर्ण है। जिलों में स्थानीय स्तर पर होने वाले कम राशि के एमओयू के क्रियान्वयन से कई लोगों को रोजगार मिलता है और ऐसे छोटे निवेश मिलकर बड़े निवेश का आधार बनते हैं। उन्होंने जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि ऐसे एमओयू की ग्राउंड ब्रेकिंग की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि निवेशकों से लगातार संपर्क में रहते हुए समय-समय पर कार्यों की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक भी करें।
खनन और पर्यटन क्षेत्र राजस्थान के विकास का इंजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन और पर्यटन क्षेत्र राजस्थान के विकास का इंजन है। हमें इन क्षेत्रों में प्रगति की और अधिक संभावनाओं को तलाशना चाहिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि दिसम्बर माह में होने वाली राइजिंग राजस्थान पार्टनरशिप कॉन्क्लेव से पहले खनन, पेट्रोकेमिकल और पर्यटन को लेकर प्री-समिटों का आयोजन किया जाए। साथ ही, विभिन्न क्षेत्रों में जमीन में मौजूद खनिज पदार्थों का पता लगाने के लिए व्यापक सर्वे करवाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन सेक्टर में भी राजस्थान तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में महल, किले, हवेलियों की भव्यता और गौरवशाली इतिहास को देखने के लिए दुनियाभर से पर्यटक यहां आते हैं। उन्होंने कहा कि शेखावाटी की हवेलियां हमारी धरोहर हैं और उनका संरक्षण करना हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि इन हवेलियों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित कर पर्यटन क्षेत्र को और अधिक सुदृढ़ किया जा सकता है।
दिसम्बर माह में होगा राइजिंग राजस्थान पार्टनरशिप कॉन्क्लेव
बैठक में राजधानी जयपुर में दिसम्बर माह में प्रस्तावित राइजिंग राजस्थान पार्टनरशिप कॉन्क्लेव-2025 के आयोजन की तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि कॉन्क्लेव में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के दौरान हुए एमओयू की क्रियान्विति से प्रदेश के औद्योगिक एवं आर्थिक परिदृश्य में आए बदलावों के बारे में निवेशकों को विस्तृत जानकारी दी जाएगी। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय, गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट और मल्टीलेटरल आधार पर निवेश साझेदारी विकसित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कॉन्क्लेव में युवा, महिला और किसानों पर आधारित सत्रों का भी विशेष रूप से आयोजन किया जाए। साथ ही एक जिला एक उत्पाद संबंधित प्रदर्शनी भी लगाई जाए।
बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत सहित संबंधित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे तथा विभिन्न जिला कलेक्टर्स वीसी के माध्यम से बैठक से जुड़े।
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(Udaipur Kiran)
