
-वर्ष 2010 में आशियाना स्कीम में बीपीएल वर्ग के लिए बनाए गए 1088 फ्लैट अब तोड़े नहीं जाएंगें
-मानव आवाज की सक्रियता से ईडब्ल्यूए फ्लैट में 300 करोड़ से ज्यादा का घोटाला होने से बचा
गुरुग्राम, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । यहां ईडब्ल्यूएस वर्ग के लोगों के लिए आशियाना स्कीम के तहत बनाए गए 1088 फ्लैट देने के लिए 15 साल में गरीब परिवार नहीं मिले। इसलिए इन फ्लैट में से 1000 फ्लैट को तोडऩे की तैयारी कर ली गई। अच्छा रहा समय रहते लोगों की आवाज उठाने वाली संस्था मानव आवाज सक्रिय हुई और इसकी शिकायत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तक भेजी। वहां से एक्शन हुआ और इन फ्लैट को रेनोवेट करके ईडब्ल्यूएस कोटे के लोगों को देने के निर्देश हुए। इन फ्लैट्स के रेनोवेशन के लिए करीब 9 करोड़ रुपये मंजूर हो चुके हैं।
मानव आवाज संस्था के संयोजक अभय जैन एडवोकेट के प्रयासों से गुरुग्राम में 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला होने से बच गया। संयोजक अभय जैन एडवोकेट के मुताबिक, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की ओर से यहां सेक्टर-47 में करीब 14 एकड़ जमीन पर 1088 फ्लैट ईडब्ल्यूएस वर्ग के लोगों के लिए बनाए गए थे। इनके निर्माण पर करीब 42 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। वर्ष 2010 में हुड्डा सरकार के शासन में ये फ्लैट बनाए थे। खास बात यह है कि इन फ्लैट को भाजपा सरकार बनने के बाद वर्ष 2022 तक संबंधित लोगों को कब्जा नहीं दिया गया। सरकारों की उदासीनता के चलते ये फ्लैट समय के साथ डैमेज होते चले गए। इनका रखरखाव तक नहीं किया गया।
अभय जैन एडवोकेट ने बताया कि यह ना सिर्फ गरीबों का हक मारने की तैयारी थी, बल्कि बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया जाना था। उन्होंने मांग की है कि रिपेयर पर खर्च होने वाले करीब 9 करोड़ रुपये उन अधिकारियों से वसूले जाएं, जिनकी लापरवाही से ये फ्लैट 15 साल में भी अलॉट नहीं किए गए। अधिकारियों ने फाइलों में सरकार को यह दिखाया कि उन्हें इन फ्लैट के लिए गरीब लोग नहीं मिले, इसलिए ये अलॉट नहीं हो रहे। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार एक तरफ तो 50 लाख परिवारों को मुफ्त राशन देने की बात कह रही है और दूसरी तरफ अधिकारियों द्वारा 1088 गरीब लोग नहीं मिलने की बात कही गई।
(Udaipur Kiran)
