
कोलकाता, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के पारा शिक्षकों ने सरकार से जल्द से जल्द वेतन वृद्धि का आदेश जारी करने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर तुरंत वेतन वृद्धि की घोषणा नहीं की गई तो उनके पास अनशन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। सोमवार को उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यह उनका अंतिम निर्णय है और मुख्यमंत्री से अपील की कि वे वेतन वृद्धि का सरकारी आदेश जारी करें।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संगठन की ओर से बताया गया कि सरकार ने दुर्गा पूजा के लिए बड़े पैमाने पर अनुदान दिया है, लेकिन 42 हजार परिवारों को राहत देने देने के लिए सरकार एक बार भी नहीं सोच रही है।
संगठन की पंचाली जना ने कहा कि पारा शिक्षकों को सिर्फ छह हजार रुपये का पूजा बोनस मिलता है, जिससे घर का खर्च नहीं चल पाता। उन्होंने कहा कि सुबह साढ़े दस बजे तक स्कूल पहुंचना होता है और छुट्टी शाम साढ़े चार बजे होती है। मुख्यमंत्री से उनकी कातर अपील है कि उन्हें बचाया जाए, क्योंकि जो पारा शिक्षकों का वेतन है उससे इस महंगाई में घर चलना बहुत ही मुश्किल है और एक तरह से पारा शिक्षक मौत का इंतजार कर रहे हैं ।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन पारा टीचर वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन ने किया है, कार्यक्रम में डॉ. अब्दुस सलाम शेख ने कहा कि सभी पारा शिक्षक बेहद असहाय स्थिति में हैं।
कोर कमेटी के सदस्य चंद्रचूड़ गांगुली ने बताया कि दो दशकों से भी अधिक समय से पारा शिक्षक जो सेवा दे रहे हैं, वह अद्वितीय है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में उनका मानदेय बेहद मामूली रूप से बढ़ा है। अब सभी की निगाह इस पर है कि राज्य सरकार उनकी न्यायसंगत मांग को कितनी प्राथमिकता देती है।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
