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बलूचिस्तान में तैनात पाकिस्तान फ्रंटियर कोर के दो जवानों की हत्या, बीएलएफ के सेकंड लेफ्टिनेंट की भी जान गई

बलूचिस्तान में आजादी आंदोलन चरम पर है। लोगों में पाकिस्तान की संघीय सरकार के खिलाफ गहरा असंतोष है। आरोप है कि सरकार लोगों की आवाज को फौज के माध्यम से दबा रही है। फोटो-फाइल

इस्लामाबाद, 09 अगस्त (Udaipur Kiran) । खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के लक्की मारवत जिले में पिछले दिनों अज्ञात बंदूकधारियों ने बलूचिस्तान में तैनात फ्रंटियर कोर (एफसी) के दो जवानों की हत्या कर दी। इसके अलावा, बलूचिस्तान प्रांत में स्वतंत्रता के लिए संघर्षरत बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) के सेकंड लेफ्टिनेंट जब्बार उर्फ असद की एक संघर्ष में जान चली गई।

द बलूचिस्तान पोस्ट की उर्दू सेवा की खबर में पुलिस के हवाले से कहा गया कि लक्की मारवत जिले में बलूचिस्तान में तैनात एक एफसी जवान की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह जवान छुट्टी पर अपने गृह क्षेत्र गया हुआ था। यह घटना उस समय हुई जब वह अपनी पत्नी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर किसी काम से जा रहा था। इस हमले में जवान की मौत हो गई और पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी भी मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार, इसके अलावा बलूचिस्तान में तैनात जवान अताउल्लाह लकी की मारवात शहर में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी। अताउल्लाह अपने पैतृक क्षेत्र में छुट्टियां मना रहा था। अभी तक किसी भी समूह ने इन दोनों घटनाओं की जिम्मेदारी नहीं ली है। उधर, बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) को एक संघर्ष में गहरा धक्का लगा है।

बीएलएफ प्रवक्ता मेजर गौरम बलूच ने विज्ञप्ति में जानकारी दी है कि छह अगस्त को लड़ाकों ने टैम्प में संघीय सरकार पोषित डेथ स्क्वायड (मौत का दस्ता) पर हमला किया। इस हमले में दस्ते का एक जवान घायल हो गया पर इस लड़ाई में बीएलएफ के सरमाचार सेकंड लेफ्टिनेंट जब्बार बलूच उर्फ असद की जान चली गई। गौरम ने कहा कि असद का मातृभूमि के लिए बलिदान लड़ाकों को और ऊर्जा प्रदान करेगा। जब्बार 2020 में बलूच नेशनल लिबरेशन मूवमेंट में शामिल हुए थे। जब्बार केच के तांप क्षेत्र के रहने वाले थे। प्रवक्ता ने कहा कि जब्बार की मौत का बदला हर हाल में लिया जाएगा।

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(Udaipur Kiran) / मुकुंद

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