
देहरादून, 8 अगस्त (Udaipur Kiran) । दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से आज सायं केन्द्र के सभागार में भूमेश भारती की एक नई चित्रात्मक पुस्तक कॉफी टेबल बुक ‘एरियल विस्टाज ऑफ उत्तराखण्ड’ पर चर्चा आयोजित की गई।
हिमांशु आहूजा के साथ इस चर्चा में भूमेश भारती ने विस्तार से अपनी एरियल फोटोग्राफी के अनुभव साझा किए तथा ड्रोन फोटोग्राफी व एरियल फोटोग्राफी के अंतर को भी रेखांकित किया। भूमेश भारती ने अपनी फोटोग्राफी के चालीस सालों के सफर, उसमें आने वाली दिक्कतों, पारिवारिक जिम्मेदारियों और अपने जुनून के बीच उनके छायाकार जीवन पर भी प्रकाश डाला।
उल्लेखनीय है कि भूमेश भारती की यह कॉफी टेबल बुक लगभग पंद्रह वर्षों से जमीन से लेकर हजारों फीट ऊंचाई से लिए गए फोटो का संग्रह है, जाे कड़ीमेहनत से तैयार की गई है। इस पुस्तक में एक सौ साठ तस्वीरें हैं, जाे अधिकतम 28 हजार फ़ीट से लेकर न्यूनतम 100 फ़ीट की ऊंचाई की फाेटाे शामिल हैं। इस एरियल विस्ताज ऑफ उत्तराखंड पुस्तक में मध्य हिमालय की चोटियों के विलक्षण दृश्य एवं उसके विविध दृष्टिकोण, हजारों फीट की ऊंचाई से उत्तराखंड की नदियों, घाटियों, कस्बों, खासकर टिहरी झील और दून घाटी के अविस्मरणीय फोटोग्राफ्स हैं। कार्यक्रम के दौरान भूमेश भारती ने वीडियो और स्लाइड शो के माध्यम से हिमालय के हवाई दृश्यों पर शानदार प्रस्तुति भी दी। पुस्तकालय के लॉबी में हिमालयी दृश्यों के कुछ दुर्लभ चित्रों की प्रदर्शनी भी लगायी गयी।
कार्यक्रम में सतपाल गांधी, डॉ. बृज मोहन शर्मा, नादिर बिल्मोरिया, जय राज, अरुण कुमार असफल, हरिराज, जगदीश बाबला, विजय कुमार भट्ट, केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी, कमलेश खंतवाल, कुलभूषण नैथानी, भारत सिंह रावत, सुंदर सिंह बिष्ट, कुसुम रावत, गौरी सिंह, जेएस खैरा, आलोक सरीन, ललित सिंह राणा, जगदीश सिंह महर, डॉ. लालता प्रसाद सहित शहर के प्रबुद्ध लोग, छायाकार, साहित्यकार, लेखक, पाठक और युवा पाठक उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
