
बेंगलुरु, 8 अगस्त (Udaipur Kiran) । कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलथांगडी तालुका के धर्मस्थला गांव में स्थित श्री मंजूनाथ स्वामी मंदिर काे लेकर गलत और भ्रामक जानकारी देने वालाें की विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कड़ी निंदा की है। विहिप ने मंदिर की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए इसे अंतरराष्ट्रीय साजिश बताते हुए इसकी एसआईटी जांच जारी रखने और दाेषियाें के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
विहिप के बेंगलुरु प्रांत अध्यक्ष दीपक राज गोपाल और पूर्व प्रांत अध्यक्ष डॉ. एमबी पुराणिक ने शुक्रवार काे एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि आज निहित स्वार्थ और हिंदू विरोधी ताकतें धर्म के प्रतीक धर्मस्थल के बारे में व्यापक रूप से गलत जानकारी फैला रही हैं और इस स्थान के सम्मान और गरिमा को कम करने की कोशिश कर रही हैं, जो एक अक्षम्य अपराध है। विहिप बेल्थांगडी थाना क्षेत्र में 2012 में हुई कुमारी सौजन्या की हत्या की गहन और पारदर्शी जांच करने और दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा देने की मांग करती रही है। विहिप ने तब से इस संबंध में चल रहे सभी निष्पक्ष संघर्षों को अपना समर्थन भी दिया था।
बयान में कहा गया कि एक व्यक्ति के दावे के आधार पर धर्मस्थला के मंदिर और हिंदू धार्मिक मान्यताओं की गरिमा को कमजोर करने के लिए व्यवस्थित रूप से एक साजिश रची जा रही है। अंतरराष्ट्रीय समाचार चैनलों पर इस तरह की खबरें प्रसारित करके हिंदू-विरोधी ताकतें यह साबित करना एक अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है। दोनों नेताओं ने बयान में कहा कि विहिप न केवल धर्मस्थल बल्कि राज्य और देश के कई अन्य हिंदू धार्मिक केंद्रों के खिलाफ साजिश रचने वाली सभी हिंदू विरोधी और अंतरराष्ट्रीय ताकतों के खिलाफ हर तरह से लड़ने के लिए तैयार है। विहिप राज्य सरकार से आग्रह करती है कि एसआईटी की जांच जारी रखे और श्रीक्षेत्र के विरुद्ध षडयंत्र रचने वालों तथा सनातन धर्म में दरार डालने का प्रयास करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करे।
उल्लेखनीय है कि धर्मस्थला गांव में स्थित श्री मंजूनाथ स्वामी मंदिर भारत के प्रतिष्ठित धार्मिक तीर्थस्थलों में से एक है। पिछले माह एक व्यक्ति ने प्रशासन से
शिकायत कर स्वीकार किया था कि उसने 10-20 साल पहले धर्मस्थल के जंगलों में सैकड़ों शवों को दफनाया था। इसके बाद सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और इलाके में कई स्थानाें पर खुदाई करवाने का आदेश दिया है।
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(Udaipur Kiran) / राकेश महादेवप्पा
