Uttar Pradesh

भागवत कथा श्रवण से बदल जाता है जीवन : स्वामी बाल भरत

स्वामी बाल भरत महराज कथा कहते हुए

साधु चरित शुभ चरित कपासू लखनऊ, 08 अगस्त (Udaipur Kiran) । बीरबल साहनी मार्ग स्थित खाटू श्याम मंदिर परिसर में चल रही भागवत् कथा के दूसरे दिन अयोध्या धाम से पधारे कथा व्यास स्वामी बाल भरत महाराज ने कहा कि भागवत कथा श्रवण से जीवन बदल जाता है। उन्होंने कहा कि साधुओं की सेवा करो। सत्संग करो। गोस्वामी तुलसीदास जी ने श्रीराम चरितमानस में लिखा है कि साधु चरित शुभ चरित कपासू। निरस बिसद गुनमय फल जास। यानि साधु पुरुषों का चरित्र कपास के समान होता है, संत का चरित्र सदगुणों का भण्डार होता है।

स्वामी बाल भरत जी ने गोकर्ण धुंधकारी की कथा सुनाते हुए कहा कि भाई कैसा भी हो लेकिन यदि वह संकट में हो तो उसकी सहायता करना दूसरे भाई का परम कर्तव्य है। वही कार्य गोकर्ण जी महाराज ने किया अर्थात धुंधकारी के घोर पापी होने के पश्चात गोकर्ण जी महाराज ने धुंधकारी के लिए गया श्राद्ध के साथ साथ उसके नाम से श्री मद्भागवत कथा का आयोजन भी किया।

बाल भरत महाराज ने कहा कि कोई कितना भी बड़ा अपराधी हो दुष्ट हो लेकिन धुंधकारी के जैसे सत्संग के माध्यम से वह अपने आप को बदल सकता है। इसी क्रम में श्रीमद्भागवत कथा सुनने का विधान सुनाया जिसमें वक्ता और श्रोता दोनों के लिए उचित नियम पालन का विधान बताया।

(Udaipur Kiran) / बृजनंदन

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