
जयपुर, 8 अगस्त (Udaipur Kiran) । राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने रक्षाबंधन पर्व (9 अगस्त), संस्कृत दिवस और विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन पर्व भाई-बहन के प्यार, स्नेह, कर्तव्य और दायित्वबोध का प्रतीक है।
बागडे ने कहा कि संस्कृत भाषा नही है बल्कि हमारे देश की गौरवमयी संस्कृति है। इस भाषा के श्लोक में दर्शन ज्ञान के साथ -साथ विज्ञान का भी अपूर्व भंडार है। बागडे ने संस्कृत भाषा के संरक्षण और इसके प्रसार के लिए कार्य करने का आह्वान किया है।
राज्यपाल बागडे ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति से निकट से जुड़ा हुआ है। उन्होंने आदिवासी समाज को मुख्यधारा में लाने और उनकी प्रकृति संरक्षण परंपराओं का संरक्षण करते हुए उनकी उन्नति के लिए मिलकर कार्य किए जाने का आह्वान किया है।
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(Udaipur Kiran)
