
नारनाैल, 8 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले के सभी महकमों के जिला स्तर के अधिकारी दो-दो टीबी (तपेदिक) के मरीजों को गोद लेकर उनके इलाज और पोषण में सहायता करेंगे। टीबी मुक्त भारत अभियान की बैठक के दौरान शुक्रवार को लघु सचिवालय में अधिकारियों ने उपायुक्त डॉ विवेक भारती के समक्ष इस संबंध में अपनी सहमति प्रकट की।
उपायुक्त ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में लगभग 1100 टीबी मरीज हैं। इसके लिए उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों व नागरिकों से भी आह्वान किया है कि वे टीबी मरीज को गोद लेकर निक्षय मित्र बनें।
उन्होंने बताया कि निक्षय मित्र मरीजों को सिर्फ वित्तीय या पोषण संबंधी सहायता ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और सामाजिक समर्थन भी प्रदान करते हैं, जिससे वे बीमारी से लड़ने में बेहतर महसूस करते हैं और उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है। इस संबंध में सीएमओ डॉ अशोक कुमार ने बताया कि निक्षय मित्र बनने की प्रक्रिया बहुत सरल है। निक्षय मित्र बनने संबंधी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए सबसे पहले आपको निक्षय पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपको अपनी जानकारी भरनी होगी। आप टीबी मरीजों को किस तरह की सहायता देना चाहते हैं उसे चुनें। इसके बाद नागरिक न्यूनतम छह महीने और अधिकतम तीन साल तक के लिए 500 रुपये प्रति माह सहायता प्रदान करने का संकल्प ले सकते हैं। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ, एसडीएम नारनौल अनिरुद्ध यादव, एसडीएम कनीना डॉ जितेंद्र सिंह, एसडीएम नांगल चौधरी उदय सिंह तथा नगराधीश डॉ मंगल सेन, सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
