
हरिद्वार, 8 अगस्त (Udaipur Kiran) । ताजा मामला मोहम्मदपुर कुनारी गांव से आया है, जहां पर एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा एक व्यक्ति का गलत इलाज किए जाने पर उसकी मौत हो गई है। ग्रामीण की मौत ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मृतक राजकुमार पुत्र लाला, उम्र 40 वर्ष है।
बताया गया कि वह बृहस्पतिवार दोपहर खेत में काम करने के बाद जब घर लौटा, तो अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे बचाने की कोशिश में गांव के ही एक स्थानीय डॉक्टर को घर पर बुला लाए। डॉक्टर द्वारा तत्काल उपचार किए जाने का दावा किया गया, लेकिन कुछ ही देर में राजकुमार की हालत और बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलने पर सुल्तानपुर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की तैयारी शुरू की गई। हालांकि मृतक के परिजन पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर रहे हैं और जिलाधिकारी से अनुमति लेने की प्रक्रिया में हैं।
परिजनों का कहना है कि डॉक्टर प्रशिक्षित नहीं था और उसकी लापरवाही से राजकुमार की जान चली गई। गांव में लंबे समय से यह व्यक्ति बिना किसी सरकारी पंजीकरण या डिग्री के मरीजों का इलाज कर रहा था। परिजन इसे सीधी हत्या मानते हुए उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
जब इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के सहायक जिला स्वास्थ्य अधिकारी अनिल वर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि ग्रामीण जानबूझकर ऐसे झोलाछाप डॉक्टर के चक्कर में आ जाते हैं और अपनी जान गंवाते हैं।
उन्होंने बताया सुल्तानपुर में स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ है, जहां पर एमबीबीएस डॉक्टर बैठता है। उनसे इलाज न कर कर अप्रशिक्षित डॉक्टर के जाल में फंस जाते हैं और अपनी जान गवा रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र में अभियान चलाकर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की बात की है।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
