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स्टॉक मार्केट में केटेक्स फैब्रिक्स की कमजोर लिस्टिंग, अपर सर्किट के बावजूद घाटे में आईपीओ निवेशक

केटेक्स फैब्रिक्स की कमजोर लिस्टिंग से घाटे में आईपीओ निवेशक

नई दिल्ली, 5 अगस्त (Udaipur Kiran) । हाई क्वालिटी के टेक्सटाइल बनाने वाली कंपनी केटेक्स फैब्रिक्स के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट के साथ एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 180 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर 20 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ इसकी लिस्टिंग 144 रुपये के स्तर पर हुई। हालांकि लिस्टिंग के बाद लिवाली शुरू हो जाने के कारण ये शेयर उछल कर 151.20 रुपये के अपर सर्किट लेवल तक पहुंच गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में अपर सर्किट लगने के बावजूद कमजोर लिस्टिंग के कारण कंपनी के आईपीओ निवेशक अभी भी 16 प्रतिशत के नुकसान में हैं।

केटेक्स फैब्रिक्स का 69.81 करोड़ रुपये का आईपीओ 29 से 31 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 42.70 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 31.16गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 43.19 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 47.85 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 57.59 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं।

इसके अलावा 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 6,79,200 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अमृतसर में अतिरिक्त वेयरहाउस फैसिलिटी बनाने, सेल्स ऑफिस बनाने, मौजूदा प्रिंटिंग, डाईंग और प्रोसेसिंग यूनिट के लिए एडवांस्ड फैब्रिक प्रोसेसिंग सिस्टम की खरीदारी करने, अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 5.59 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 11.31 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 16.90 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 24 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 153.22 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक

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