

धर्मशाला, 04 अगस्त (Udaipur Kiran) । चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर को (अनुसंधान नैशनल रिसर्च फाउंडेशन-त्वरित नवाचार और अनुसंधान के लिए साझेदारी) योजना श्रेणी बी के अंतर्गत 2.3 करोड़ का अनुसंधान अनुदान प्रदान किया गया है।
कुलपति प्रो. नवीन कुमार ने बताया कि अनुसंधान नैशनल रिसर्च फाउंडेशन द्वारा स्वीकृत यह परियोजना, दिल्ली विश्वविद्यालय के साथ-साथ तीन अन्य संस्थानों के सहयोग से, एक हब संस्थान के रूप में शुरू की जाएगी। यह पहल राष्ट्रीय अनुसंधान एजेंडे का हिस्सा है जिसका उद्देश्य महत्वपूर्ण पारिस्थितिक और कृषि चुनौतियों का समाधान करने के लिए अंतःविषय नवाचारों को बढ़ावा देना है।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अभिषेक वालिया, प्रधान अन्वेषक के रूप में परियोजना का नेतृत्व करेंगे, जिन्हें आठ सह-प्रधान अन्वेषकों की एक टीम का समर्थन प्राप्त होगा। इस टीम में डॉ. एन.के. सांख्यान, डॉ. राज पॉल, डॉ. राधिका शर्मा, डॉ. तनुजा राणा, डॉ. आशीष कुमार, डॉ. जोगिंदर पाल, डॉ. जागृति ठाकुर और डॉ. शर्मिष्ठा ठाकुर शामिल हैं।
यह परियोजना पर्यावरणीय स्थिरता पर केंद्रित होगी, जिसका लक्ष्य स्थायी मृदा उत्पादकता, पर्यावरण के अनुकूल कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना और शैक्षणिक क्षमता निर्माण होगा। विभिन्न गतिविधियों में छात्र विनिमय कार्यक्रम, वैज्ञानिक कार्यशालाएं और सहयोगी संस्थानों के बीच दीर्घकालिक समन्वय और पर्यावरणीय संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण पहल शामिल हैं।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
