
धमतरी, 4 अगस्त (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ धमतरी जिले के कुरूद ब्लाॅक में पर्याप्त वर्षा नहीं होने के कारण अधिकांश किसानों की फसल अब सूखने लगी है। फसल सूखने से चिंतित किसान चार अगस्त को गंगरेल बांध से पानी छोड़ने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। किसानों का कहना है कि जल्द ही फसल को पानी नहीं मिला तो फसल पूरी तरह से सूख जाएगी, इसलिए तत्काल गंगरेल बांध से पानी छोड़ा जाए।
कुरुद ब्लाक के ग्राम पंचायत सिवनीकला के किसान राजेंद्र कुमार, राम सिंग, लीलाराम, कमलेश साहू, मुरली राम, अखिल साहू, रोहित, कमलेश्वर, कुंजीलाल, सुरेश कुमार, कपिल देव, जितेंद्र, विमल साहू, कुंजीलाल, सुरेंद्र कुमार, धीरेंद्र यादव, खिलावन चंद्राकर सहित अन्य किसानों ने बताया कि खरीफ फसल के रूप में ग्राम सिवनीकला के अलावा आसपास के कई सैकड़ों किसानों ने धान की फसल लगाई हुई है। शुरू में अच्छी वर्षा हो रही थी उसके बाद एकाएक पानी गिरना थम गया है। वर्षा नहीं गिरने से अब धान के तैयार हो रही फसल सूखने लगी है। यदि यही हाल रहा तो फसल पूरी तरह चौपट हो जाएगी। किसानाें की पीड़ा को समझते हुए जिला प्रशासन को जल्द से जल्द गंगरेल बांध से पानी छोड़ने का निर्देश देना चाहिए, ताकि धान की तैयार हो रही फसल को संजीवनी मिल सके। मालूम हो कि कुरुद ब्लाक के सिवनीकला सहित क्षेत्र के दर्जनभर से अधिक गांव की फसल तैयार हो रही है। किसान कलेक्ट्रेट में आवेदन देने के बाद जल संसाधन विभाग में भी अपनी समस्या लेकर पहुंचे।
जल्द से जल्द बांध से पानी छोड़े प्रशासन
जनपद पंचायत कुरुद के पूर्व सभापति सुशील साहू ने कहा कि ने कहा कि किसानी करना आज महंगा सौदा हो गया है। समय पर खाद, पानी न मिले तो फसल बर्बाद होते देर नहीं लगती। इन दिनों यही हाल है। सूखती फसल के लिए पानी की आवश्यकता है। सिवनीकला ग्राम प्रमुख टिकेश्वर चंद्राकर ने कहा कि गंगरेल बांध से जल्द से जल्द पानी छोड़ा जाना चाहिए, तभी उनकी फसल बच सकती हैं। यदि आने वाले कुछ दिनों में वर्षा नहीं होती तो फसल सूख जाएगी। उपसरपंच दीपदान साहू ने कहा कि सिवनीकला सहित आसपास के सैकड़ों गांव में एक सा हाल है। किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए देख रहे हैं, यदि वर्षा नहीं होती है तो गंगरेल बांध से पानी लेना मजबूरी हो जाएगी।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
