
बीटेक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आरंभ हुआ स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्रामहिसार, 4 अगस्त (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बीटेक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए स्टूडेंड इंडक्शन प्रोग्राम (एसआईपी) आरंभ हो गया है। विश्वविद्यालय के चौ. रणबीर सिंह सभागार में आरंभ हुए इस कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. विजय कुमार ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में डीन एफईटी प्रो. संदीप कुमार आर्य उपस्थित रहे जबकि कुलपति के कन्सलटेंट डा. विमल झा विशेष आमंत्रित अतिथि थे। प्रोग्राम के संयोजक डीन एफईटी प्रो. संदीप आर्य हैं। कार्यक्रम के संयोजक प्रो. अजंन बराल तथा सहसंयोजक डा. संजीव माथुर हैं।कुलसचिव डा. विजय कुमार ने साेमवार काे अपने संबोधन में विद्यार्थियों से कहा कि मनुष्य के लिए जितना जरूरी ज्ञान है, उसके लिए उतना ही जरूरी चरित्र भी है। अच्छा चरित्र विद्यार्थी की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे एक अच्छे इंजीनियर के साथ-साथ सच्चे नागरिक भी बनें। अपने तकनीकी ज्ञान व कौशल से राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। समय का सदुपयोग करें तथा नकारात्मक लोगों से दूर रहें।कुलसचिव ने कहा कि गुजविप्रौवि की परपंरा गुरू-शिष्य परंपरा पर आधारित है। हमारे शिक्षक केवल सलेबस ही नहीं पढ़ाते हैं, बल्कि विद्यार्थियों को सही राह पर ले जाने का मार्ग दर्शन भी करते हैं। विशेष आमंत्रित वक्ता डा. विमल झा ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों से कहा कि वे जीवन पथ पर निष्ठा से आगे बढ़े। सफलता निश्चित तौर पर मिलेगी। उन्होंने बीटेक के विद्यार्थियों को उत्साहित करते हुए कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें एक विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिला है। उनका कहना था कि विद्या से विनय आता है और विनय से पात्रता। विद्या से ही धर्म, धन व सुख सब मिलता है।डीन एफईटी संदीप आर्य ने नव आंगतुक विद्यार्थियों को स्वागत किया तथा विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग से संबंधित सभी विभागों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को उनकी इंजीनियरिंग प्रतिभा को विकसित करने के पूरे अवसर प्रदान किए जाएंगे।प्रो. अंजन बराल ने तीन सप्ताह तक चलने वाले इस प्रोग्राम के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा कहा कि संबंधित कोर्सों को समझने तथा विश्वविद्यालय के बारे में जानने के लिए नव आगंतुक विद्यार्थियों के लिए अति उपयोगी होगा। यह प्रोग्राम 22 अगस्त तक चलेगा। डा. संजीव माथुर ने सभी का धन्यवाद किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
