
भागलपुर, 3 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले के सन्हौला प्रखंड के अरार पंचायत के चांचे गांव में जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण करीब 500 एकड़ में लगा धान का फसल बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है,जिसके कारण गांव के सभी किसानों में भारी आक्रोश है। गांव के हजारों किसानों ने सामुहिक रूप से हस्ताक्षर कर एक आवेदन भागलपुर जिला पदाधिकारी को दिया है।
आवेदन में कहा गया है कि मौजा अरार थाना नं. 513, अंचल सन्हौला में बनोखर बांध का जीर्णोद्धार कार्य बिहार सरकार के लघु जल संसाधन विभाग द्वारा आज से तीन चार माह पूर्व किया गया था। इस योजना के तहत लगभग चार किलोमीटर लंबाई में बांध की खुदाई कर इसकी ऊंचाई बढ़ाई गई है। बांध के दक्षिणी क्षेत्र में किसानों की लगभग 500 एकड़ जमीन स्थित है जो कि काफी निचले स्तर पर है। बांध की अधिक ऊंचाई और जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण वर्षा का पानी खेतों में जम गया है। इससे धान की फसल सड़ने लगी है और किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।
जल निकासी नहीं होने से न केवल धान की फसल बर्बाद हो रही है, बल्कि आने वाली रबी फसल की बुआई भी समय पर संभव नहीं हो पाएगी। साथ ही, लंबे समय तक जलजमाव की स्थिति बनी रहने से गांव में महामारी फैलने की भी आशंका है। सैकड़ों ग्रामीणों ने बनोखर बांध के पश्चिम दिशा में एक फाटकयुक्त पुल का निर्माण कराए जाने की मांग की है, जिससे निचले इलाके में जमा पानी की निकासी हो सके।
अरार पंचायत के मुखिया कृष्णा नंद सागर ने कहा कि बनोखर बांध की खुदाई में भारी अनियमितता बरती गई है। खुदाई के दौरान सभी पुल को बंद कर दिया है। जिससे धान की फसल बर्बाद हो रहा है। जिला प्रशासन से आग्रह है कि स्थिति की गंभीरता को समझते हुए अविलंब स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
