HimachalPradesh

मंडी के विश्वकर्मा मंदिर में विश्व हिंदू परिषद् की छमाही प्रांत योजना बैठक का आयोजन

विश्व हिंदू परिषद्, हिमाचल प्रांत की छमाही प्रांत योजना के शुभारंभ अवसर पर।

मंडी, 02 अगस्त (Udaipur Kiran) । विश्व हिंदू परिषद् हिमाचल प्रांत की छमाही प्रांत योजना बैठक मंडी स्थित विश्वकर्मा मंदिर सभागार में आयोजित की गई। बैठक का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसे साध्वी सेवानंद सरस्वती वेदांत कुटीर, क्षेत्रीय संगठन मंत्री मुकेश विनायक खांडेकर, प्रांत संगठन मंत्री प्रेम शंकर, प्रांत मंत्री तुषार डोगरा, प्रांत उपाध्यक्षगण रमेश परमार, सुनील जसवाल, तथा राधा कृष्ण नेगी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। बैठक के उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में मुकेश विनायक खांडेकर ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

उन्होंने केंद्रीय स्तर पर हुई बैठकों में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों, प्रस्तावों एवं आगामी कार्यक्रमों की जानकारी साझा की। साथ ही संघ शताब्दी वर्ष 2025–26 के उपलक्ष्य में विशेष योजनाओं और गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए, कार्यकर्ताओं को संगठित रूप से लक्ष्य की ओर बढ़ने का मार्गदर्शन दिया। उद्घाटन सत्र में प्रारम्भ में सभी उपस्थित कार्यकर्ताओं द्वारा पूर्वजों, बलिदानियों एवं दिवंगत समर्पित कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संदेश प्रस्तुत किया गया, जिससे सभा का वातावरण भावपूर्ण एवं प्रेरणादायक बना।

प्रांत मंत्री तुषार डोगरा ने विस्तृत मंत्री प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए संगठन की वर्तमान स्थिति, गत 6 माह में हुई गतिविधियों, सेवा कार्यों, ग्राम समितियों की प्रगति, एवं आगामी लक्ष्यों का लेखा-जोखा दिया। यह प्रतिवेदन कार्यकर्ताओं के लिए आत्ममूल्यांकन का आधार बना तथा आगामी योजनाओं की दिशा स्पष्ट करने वाला सिद्ध हुआ। बैठक में विभिन्न दायित्वधारी कार्यकर्ताओं ने भी अपने-अपने क्षेत्रों की उपलब्धियों व चुनौतियों को साझा किया, जिससे कार्यों की गुणवत्ता और संगठनात्मक समन्वय में वृद्धि सुनिश्चित हो।

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य न केवल संगठन की छमाही प्रगति की समीक्षा करना था, बल्कि संघ के 100 वर्षों की पूर्णता के उपलक्ष्य में चलाए जाने वाले अभियान, जागरण कार्यक्रमों, सेवा गतिविधियों एवं राष्ट्र निर्माण से जुड़े अभियानों की सुचारू रूपरेखा बनाना भी था। यह वर्ष विचार, सेवा, और संगठन की त्रिसूत्री को साकार करने का अवसर है। विश्व हिंदू परिषद् का यह आयोजन आगामी समय में संगठन के सभी विभागों दुर्गावाहिनी, मातृशक्ति, बजरंग दल, धर्माचार्य संपर्क विभाग, सेवा विभाग, धर्म प्रसार, संस्कार शालाएं आदि को लक्ष्य आधारित, समयबद्ध और परिणामशील कार्यों के लिए प्रेरित करेगा। हिमाचल प्रांत विश्व हिंदू परिषद् संगठन का यह संकल्प है कि वह शताब्दी वर्ष को केवल आयोजन का नहीं, अपितु कार्य का पर्व बनाकर हर ग्राम, हर समाज, और हर परिवार तक राष्ट्रधर्म की भावना पहुंचाएगा।

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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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