
शिमला, 02 अगस्त (Udaipur Kiran) । राज्यसभा सांसद और भाजपा के प्रदेश महामंत्री डॉ. सिकंदर कुमार ने सुक्खू सरकार द्वारा प्रदेश में फिर से लाॅटरी शुरू करने के फैसले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सरकार के इस कदम को जनविरोधी व विनाशकारी करार दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने चार दिन तक लगातार कैबिनेट बैठकें कीं लेकिन प्रदेश हित में कोई निर्णय लेने के बजाय जनविरोधी फैसले लिए। पहले जाॅब ट्रेनी नीति और अब लाॅटरी शुरू करने से प्रदेश का युवा पूरी तरह निराश हो गया है।
डॉ. सिकंदर ने शनिवार को कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने 1999 में भाजपा सरकार के समय लाॅटरी जैसी जनविरोधी योजना को बंद किया था, जिससे कई घर बर्बाद होने से बच गए थे। लेकिन अब सुक्खू सरकार फिर से वही गलती दोहरा रही है, जो युवाओं के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि लाॅटरी के चक्कर में पहले भी कई लोग अपनी मेहनत की कमाई गंवाकर खुद और अपने परिवार को तबाह कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल का युवा पहले ही नशे की समस्या से जूझ रहा है और अब सरकार का यह निर्णय युवाओं को मेहनत और पढ़ाई छोड़कर जल्दी पैसा कमाने की तरफ ले जाएगा जोकि प्रदेश के लिए बहुत खतरनाक साबित होगा।
डॉक्टर सिकंदर कुमार ने सरकार से तुरंत इस निर्णय को वापस लेने की मांग की है। डॉ. सिकंदर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव से पहले झूठी गारंटियां दी थीं और सत्ता में आने के बाद सब भूल गई। पिछले ढाई वर्षों में सरकार ने सिर्फ जनता पर बोझ डालने और परेशान करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने हर साल एक लाख और पांच साल में पांच लाख नौकरी देने का वादा किया था लेकिन अब तक नौकरी देने के बजाय जाॅब ट्रेनी जैसी नीति लाकर युवाओं के साथ मजाक किया जा रहा है। अब युवा पहले टेस्ट देकर जाॅब ट्रेनी बनेंगे, फिर रेगुलर होने के लिए भी टेस्ट देना होगा। यह सब युवाओं की मेहनत और सपनों पर पानी फेरने जैसा है।
डॉ. सिकंदर ने कहा कि सरकार के इन फैसलों से प्रदेश का कोई भी वर्ग खुश नहीं है और जनता पर इस तरह तुगलकी फरमान थोपकर सरकार अपनी ही जगहसाई करवा रही है।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
