
उधमपुर, 2 अगस्त (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर में उधमपुर के स्वेना और नरसू ब्लॉक को जोड़ने के लिए 1.58 करोड़ रुपये की लागत से बना एक निर्माणाधीन पैदल पुल भारी बारिश के बीच ढह गया।
नरसू के जिला विकास परिषद के सुभाष चंद्र ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच होनी चाहिए कि क्या कोई तकनीकी खराबी थी। उन्होंने यह भी अपील की कि पुल का जल्द ही पुनर्निर्माण किया जाए।
यह लंबे समय से चली आ रही मांग थी। जब काम शुरू हुआ तो लोग खुश थे। यह पुल दो ब्लॉकों, नरसू और सेवना को जोड़ता है। चंद्र ने कहा कि घटना की जानकारी मिलने के बाद हमने विभाग से संपर्क किया, स्थानीय विधायक और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को सूचित किया जिन्होंने टीमें भेजीं। यह पता लगाने के लिए जांच होनी चाहिए कि क्या कोई तकनीकी खराबी थी। हम अपील करते हैं कि इसे जल्द ही फिर से बनाया जाए। जो भी दोषी पाया जाए, उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
उधमपुर के अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त (एडीडीसी) राजिंदर सिंह ने कहा कि यह पुल डेढ़ साल से निर्माणाधीन था और आम जनता के लिए खोले जाने से पहले ही बारिश के कारण ढह गया।
एडीडीसी ने कहा कि कुछ दिन पहले ज़िला प्रशासन को पता चला कि किसी ने डीसी महोदया को धर्मस्थल और नारदा के बीच एक पैदल पुल के बारिश के कारण ढह जाने की सूचना दी थी। 1.58 करोड़ रुपये की लागत से बना यह निर्माणाधीन पुल डेढ़ साल से निर्माणाधीन था। पुल का निर्माण कार्य शुरू होने वाला था। हो सकता है कि इसकी बाइंडिंग ठीक से नहीं की गई हो जिसके कारण यह ढह गया। उन्होंने कहा कि ज़िला कलेक्टर ने मामले का संज्ञान लिया और एक जाँच समिति गठित की जिसका नेतृत्व उन्होंने किया। समिति ने पाया कि निगरानी और पर्यवेक्षण में कुछ खामियाँ हुई थीं।
उन्होंने आगे कहा कि हमने मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों से बात की और संबंधित विभाग से भी पूछताछ की। गहन जाँच के बाद हमें पता चला कि विभाग की निगरानी और पर्यवेक्षण में कुछ खामियाँ रही हैं। जाँच अभी जारी है। हम डीसी महोदया को रिपोर्ट सौंपेंगे और उन्हें आवश्यक सुधारात्मक उपायों से अवगत कराएँगे।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
