Madhya Pradesh

मंदसौरः कम्प्यूटर एवं बिजनेस प्रबंधन कोर्स को मिली उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग की मान्यता

कम्प्यूटर एवं बिजनेस प्रबंधन कोर्स को मिली उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग की मान्यता

मंदसौर, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । शासकीय महाविद्यालय, मंदसौर में व्यवसायिक पाठ्यक्रम के अंतर्गत बीबीए और बीसीए में प्रवेश पर नियमों की तलवार लटकी थी। शासन के नये नियमों के अंतर्गत इन कोर्सेस के संचालन के लिए मप्र शासन के डिपार्टमेंट आफ टेक्निकल एजुकेशन का एप्रवूल आवश्यक हो गया है। यह एप्रवूल मंदसौर शासकीय महाविद्यालय के पास नहीं था जिसके कारण बीबीए और बीसीए में नये एडमिशन नहीं हो पा रहे थे। इसकी जानकारी लगते ही कॉलेज जनभागीदारी अध्यक्ष नरेश चंदवानी एवं महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. जे एस दूबे ने तत्काल उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार से अनुरोध किया। उन्होने एआईसीटीई का पोर्टल खोलने का निर्देश दिया उसके बाद मंदसौर शा. महाविद्यालय का रजिस्ट्रेशन हुआ इसके बाद श्र्एप्रूवल लेने के लिए भोपाल और दिल्ली तक प्रयास किये गये। को एक कर दिया और अंतत: 31 जुलाई 2025 को कॉॅलेज को बीबीए और बीसीए कोर्सेस की मान्यता मिल गई मान्यता मिलने के बाद प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ कि गई।

जनभागीदारी अध्यक्ष नरेश चंदवानी ने शुक्रवार को बताया कि इसमें दोनों सांसद सुधीर गुप्ता और राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर का विशेष सहयोग हमें प्राप्त हुुआ। अब न्यूूनतम फीस में छात्रों को व्यवसायिक पाठ्यक्रम में अध्ययन करने की सुविधा पुन: मंदसौर शासकीय महाविद्यालय में मिल सकेगी।

नये शिक्षा सत्र से महाविद्यालय में यूनिफार्म पहनकर एवं परिचय पत्र साथ लाना अनिवार्य

प्रधानमंत्री कॉलेज आॅफ एक्सीलेंस, राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मन्दसौर के प्राचार्य प्रो. जे.एस. दुबे ने जानकारी देते हुऐ बताया कि महाविद्यालय में प्रवेषित समस्त नियमित विद्यार्थियों हेतु दिनांक 01 जुलाई 2025 से महाविद्यालय में ड्रेस कोड लागू किया गया है। विद्यार्थी महाविद्यालय परिसर में प्रवेष के समय महाविद्यालय द्वारा निर्धारित यूनिफार्म पहनकर एवं गले में परिचय पत्र लगाकर आयें। छात्रों के लिये स्लेटी कलर की पैंट व सफेद रंग की शर्ट तथा छात्राओं के लिये स्लेटी रंग की सलवार तथा सफेद रंग की कुर्ती, स्लेटी रंग का दुपट्टा निर्धारित है। परिचय पत्र पर महाविद्यालय के वाग्देवी कक्ष में 11.00-2.00 बजे तक प्राक्टोरियल बोर्ड के समक्ष उपस्थित होकर उनके हस्ताक्षर व सील लगवा लें।

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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया

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