श्रीनगर, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । कश्मीर के हस्तशिल्प उद्योग की सदियों पुरानी विरासत को बचाने के लिए हस्तशिल्प एवं हथकरघा विभाग, कश्मीर ने एक सार्वजनिक परामर्श जारी किया है जिसमें खरीदारों खासकर पर्यटकों से आग्रह किया गया है कि वे प्रामाणिक कश्मीरी शिल्पकला की आड़ में बेचे जा रहे नकली, मशीन-निर्मित उत्पादों के प्रति सतर्क रहें।
विभाग ने कहा कि उसका मुख्य उद्देश्य खरीदारों को यह सुनिश्चित करने के लिए जागरूक करना है कि वे असली कश्मीरी हस्तशिल्प उत्पाद ही खरीदें न कि केंद्र शासित प्रदेश के बाहर से आयातित सस्ते, मशीन-निर्मित नकली उत्पाद।
जब संदेह हो तो बाहर निकल जाएँ, हस्तशिल्प और हथकरघा कश्मीर निदेशक मुसरत ज़िया ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा और ग्राहकों को उनके द्वारा खरीदे गए उत्पादों की प्रामाणिकता के बारे में किसी भी संदेह की सूचना देने के लिए प्रोत्साहित किया।
हमारा प्राथमिक लक्ष्य पर्यटकों सहित खरीदारों को जागरूक करना है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे बाहर से आयातित सस्ते मशीन-निर्मित नकली उत्पाद के बजाय एक असली कश्मीर हस्तशिल्प उत्पाद खरीद रहे हैं।
विभाग ने आश्वासन दिया कि हम कार्रवाई का वादा करते हैं और कश्मीरी हस्तशिल्प की अखंडता को बनाए रखने और भ्रामक व्यापार प्रथाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
