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हम आतंकवादी नहीं, मुसलमान हैं, पहलगाम में आतंकियों ने हमला नहीं किया, तृणमूल विधायक के बिगड़े बोल

कोलकाता, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर तृणमूल कांग्रेस विधायक सावित्री मित्रा का बयान सियासी विवाद का सबब बन गया है। मालदा के मानिकचक से विधायक मित्रा ने कहा है कि आतंकवादी कभी पर्यटकों को नुकसान नहीं पहुंचाते, वे हमेशा उनका सम्मान करते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि आतंकियों ने पहलगाम में हमला नहीं किया। इस बयान के बाद भाजपा और हिंदू संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे आतंक का खुला बचाव बताया है।

भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस बयान को देश और शहीदों का अपमान बताते हुए कहा, जब पूरा देश गम में है, तब तृणमूल विधायक उन्हें क्लीन चिट दे रही हैं जो हमारे लोगों की हत्या कर रहे हैं। क्या यह ममता बनर्जी की पार्टी की आधिकारिक लाइन है? यह न केवल शर्मनाक है, बल्कि राष्ट्रविरोधी भी है। सावित्री मित्रा का जो वीडियो सामने आया है उसमें वह कहती नजर आ रही हैं कि हम आतंकवादी नहीं हैं, मुसलमान हैं। इस पर पलटवार करते हुए अमित मालवीय ने कहा है कि टीएमसी तुष्टिकरण की हद पार कर चुकी है।

पहले भी दिए थे विवादित बयान, भगवद गीता और जय श्रीराम पर भी साधा था निशाना

यह पहली बार नहीं है जब सावित्री मित्रा अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरी हैं। तीन जुलाई को मालदा में एक पार्टी बैठक के दौरान उन्होंने कहा था, हमें इस्लाम सबसे प्रिय है। मुसलमान कभी विरोध नहीं करते, लेकिन हिंदू धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है। भाजपा राम के नाम पर वोट मांगती है। अगर हम जय श्रीराम कह सकते हैं, तो जय जगन्नाथ क्यों नहीं? क्या राम और जगन्नाथ अलग हैं?

इतना ही नहीं, उन्होंने दावा किया कि हम कहीं भी भगवद गीता नहीं पढ़ाते, लेकिन मुसलमानों के लिए अरबी और कुरान की पढ़ाई की व्यवस्था है। भाजपा को हिंदुत्व के नाम पर वोट नहीं मिलेंगे।

हम मुसलमान हैंएक पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल पर कि भाजपा तृणमूल को मुसलमानों की पार्टी क्यों कहती है, सावित्री मित्रा ने जवाब दिया, हां, हम मुसलमान हैं। भाजपा हिंदुओं की पार्टी है। इस बयान को लेकर भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर ‘संवैधानिक धर्मनिरपेक्षता’ को दरकिनार कर केवल वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया है।

प्रदेश भाजपा की ओर से सोशल मीडिया के जरिए तृणमूल पर हमला करते हुए कहा गया, सनातन धर्म का अपमान, गीता की अवहेलना और तुष्टिकरण की राजनीति- यही है तृणमूल कांग्रेस का असली चेहरा। यह न केवल हिंदुओं का अपमान है, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपराओं पर सीधा हमला है। 2026 के विधानसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।

दक्षिण मालदा के भाजपा महासचिव अम्लान भादुरी ने कहा, तृणमूल के नेता बार-बार अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए हिंदुओं को नीचा दिखा रहे हैं। यह बयानबाज़ी बंगाल में खतरनाक सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रही है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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