RAJASTHAN

राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

राजस्थान में भारी बारिश   2

जयपुर, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजस्थान में बंगाल की खाड़ी से आया डिप्रेशन सिस्टम अब मध्य प्रदेश तक पहुंच गया है। इसके प्रभाव से राज्य के कई जिलों में बीते 24 घंटों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कोटा, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, भीलवाड़ा, सिरोही, टोंक और बांसवाड़ा सहित कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सड़कें डूब गई हैं, गांव टापू में तब्दील हो गए हैं और ग्रामीणों को रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए बाहर निकाला जा रहा है।

तेज बारिश को देखते हुए प्रशासन ने ऐहतियातन झालावाड़, कोटा, चित्तौड़गढ़, टोंक, भीलवाड़ा, बारां, डूंगरपुर, धौलपुर, सलूम्बर, बांसवाड़ा और अजमेर जिलों में सोमवार को स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दीं। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक, अलवर, जयपुर, कोटा, चित्तौडग़ढ़, फतेहपुर, दौसा, बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, झालावाड़, सवाईमाधोपुर, राजसमंद, सिरोही, पाली सहित अन्य स्थानों पर बारिश हुई। प्रदेश में सोमवार को श्रीगंगानगर सबसे गर्म रहा। यहां का अधिकतम तापमान 40.3 और न्यूनतम तापमान 30.2 डिग्री दर्ज किया गया।

चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा क्षेत्र में बीते 24 घंटे की तेज बारिश ने तबाही मचा दी। दीपुरा गांव में एक 15 वर्षीय किशोरी कौशल्या की तलाई में डूबने से मौत हो गई। इसी क्षेत्र के टापू में तब्दील हो चुके हथौली गांव में एक बीमार बुजुर्ग महिला कन्या बाई समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाई और रास्ते में ही दम तोड़ बैठी। चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी थाना क्षेत्र के ग्राम नगरी और बिलिया के बीच बेड़च नदी की पुलिया को पार करने के दौरान बाइक सवार दो युवक तेज बहाव में बह गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुलिया पर करीब एक फीट पानी बह रहा था और लोगों ने उन्हें रोका भी था, लेकिन वे नहीं माने। थोड़ी ही दूर जाकर बाइक फिसली और दोनों युवक पानी में डूब गए। सर्च ऑपरेशन जारी है। चित्तौड़गढ़ के लाडपुरा खुर्द गांव की रहने वाली प्रसव पीड़िता प्रियंका को एसडीआरएफ की नाव से अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले उसने गांव में ही दो बच्चियों को जन्म दिया। वहीं भैंसरोडगढ़ के आंबा गांव में बीमार महिला को ग्रामीणों ने खाट पर लिटाकर घुटनों तक बहते पानी में अस्पताल पहुंचाया।

झालावाड़ में प्रसिद्ध गागरोन किला देखने आए पर्यटक पानी में फंस गए। इन पर्यटकों ने जिला प्रशासन से वीडियो संदेश भेजकर अपील की है कि वे कल किला देखने आए थे, लेकिन लौटते समय नदी में पानी का स्तर अचानक बढ़ गया। फंसे हुए लोगों के साथ छोटे बच्चे भी हैं और रेस्क्यू की कोई व्यवस्था नहीं है। उनके अनुसार, उन्हें पिछले 24 घंटे से खाना तक नहीं मिला है।

भीलवाड़ा के बिजौलिया क्षेत्र में सड़कें नदियों में बदल गई हैं। एरू नदी का पानी 5 फीट तक पुल पर बह रहा है। कई इलाकों में नावें चल रही हैं और रेस्क्यू टीमें सक्रिय हैं। वहीं सिरोही जिले के कैलाश नगर थाना क्षेत्र के केराल गांव में सोमवार दोपहर एक प्राइवेट स्कूल बस नदी की रपट पर फंस गई। बस में 35 बच्चे सवार थे। गांववालों ने सतर्कता दिखाते हुए ट्रैक्टर और क्रेन की मदद से सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।

बूंदी जिले में खटकड़ पुलिया पर पानी की चादर चलने लगी है, जिससे बूंदी-नैनवां और बूंदी-लाखेरी मार्ग अवरुद्ध हो गया है। नैनवां जाने वालों को अब हिंडोली होकर जाना पड़ रहा है, जबकि लाखेरी के लिए केशवरायपाटन मार्ग से रास्ता अपनाना पड़ रहा है। झालावाड़ के भवानी मंडी के पास पिपलिया गांव की कोटा स्टोन खदानों में बारिश का पानी भर जाने से आधा दर्जन वाहन डूब गए हैं।

कोटा बैराज के 12 गेट खोलकर 2 लाख 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नयापुरा क्षेत्र की निचली बस्तियों में चंबल नदी का पानी घरों तक पहुंच गया है। ब्रजराज कॉलोनी और हरिजन बस्ती जैसे इलाकों में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। बीसलपुर बांध के 6 गेट खोलकर की जा रही 60 हजार क्यूसेक पानी की निकासी बीसलपुर बांध में लगातार पानी की आवक हो रही है। इसके चलते सोमवार को भी बीसलपुर बांध के 6 गेट खोलकर 60 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। बांध के गेट नंबर 8, 9, 10,11, 12 और 13 से बनास नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। गेट नम्बर 8 और 13 को एक मीटर खोलकर तो वहीं गेट नंबर 9,10,11 और 12 को 2 मीटर खोल कर पानी की निकासी की जा रही है। भारी बरसात के कारण करौली में पांचना बांध के 4 गेट, कालीसिंध बांध के 5, नवनेरा बांध के 13, जवाहर सागर के 6, राणाप्रताप सागर के 6 और ईसरदा बांध के 25 गेट खोल रखे हैं।

जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पूर्वी राजस्थान और उससे सटे मध्यप्रदेश क्षेत्र पर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण भारी बारिश हो रही है। सर्वाधिक वर्षा कोटा और रामगंजमंडी में 242 मिमी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने 30 और 31 जुलाई को भरतपुर, जयपुर और अजमेर संभाग में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी है, जबकि बीकानेर संभाग में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है। 1 अगस्त तक वर्षा का प्रभाव जारी रहेगा और इसके बाद वर्षा में कुछ कमी आने की संभावना जताई गई है।

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(Udaipur Kiran) / राजेश

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