
राजगढ़, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । ब्यावरा के ग्राम सुंदरहेड़ा में बारिश के चलते ग्रामीणों को सोमवार को गांव के एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के लिए कठिन परिस्थितयों का सामना करना पड़ा। गांव में शमशान घाट की दूरी व बारिश के चलते रास्ता न होने से परेशान ग्रामीणों ने खेत में टीन की चद्दर व तिरपाल तानकर अस्थाई व्यवस्था की फिर भी पानी की बौछारों के कारण अंतिम संस्कार नही हो पा रहा था, इसके लिए ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार के लिए 7 लीटर पेट्रोल व 30 लीटर डीजल का उपयोग किया।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत द्वारा बनाया गया शमशान घाट गांव से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर है, बारिश के दौरान जहां पहुंच पाना मुश्किल होता है, ऐसे में अंतिम संस्कार के लिए सोयाबीन के खेतों से होकर एक भूमि पर पहुंचे, जहां टीन की चद्दर व तिरपाल तानकर अस्थाई व्यवस्था की और परेशानियों का सामना करने के बाद अंतिम संस्कार किया गया।
गांव के भूपेन्द्रसिंह गुर्जर, धीरपसिंह, अर्जुनसिंह गुर्जर, अनिल सहित अन्य ने बताया कि गांव में अंतिम संस्कार के लिए कोई निश्चित स्थान नही है, जहां है वहां पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है और बारिश के मौसम में तो वहां जाना अत्यंत कठिन है। ग्रामीणों का कहना है कि इस विकराल समस्या से ग्राम पंचायत सहित अन्य अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई निराकरण नही निकला। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि इस समस्या का जल्द ही समाधान नही किया गया तो ग्रामीणों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / मनोज पाठक
