
नई दिल्ली, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । स्टॉक मार्केट में विदेशी संस्थागत निवेशकों की जमकर बिकवाली के कारण आज रुपया डॉलर की तुलना में गिरावट के साथ बंद हुआ। मुद्रा बाजार में भारतीय मुद्रा आज डॉलर की तुलना में 13 पैसे फिसल कर 86.66 (अनंतिम) के स्तर पर बंद हुई। इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भारतीय मुद्रा 86.53 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुई थी।
रुपये ने आज के कारोबार की शुरुआत मजबूती के साथ ही की थी। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में भारतीय मुद्रा ने आज सुबह डॉलर के मुकाबले 6 पैसे की मजबूती के साथ 86.47 रुपये के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। दिन के कारोबार के दौरान कुछ समय के लिए डॉलर की आवक बढ़ने पर रुपया 13 पैसे की मजबूती के साथ 86.40 के स्तर तक पहुंच गया, लेकिन इसके बाद स्टॉक मार्केट में विदेशी निवेशकों बिकवाली शुरू करके डॉलर की निकासी शुरू कर दी। ऐसा होने पर मुद्रा बाजार में डॉलर की मांग बढ़ गई, जिससे रुपये पर भी दबाव बढ़ गया। डॉलर की मांग तेज होने पर रुपया ऊपरी स्तर से 27 पैसे फिसल कर 14 पैसे की कमजोरी के साथ 86.67 के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि बाद में मुद्रा बाजार में डॉलर की आवक बढ़ने पर रुपये की स्थिति में मामूली सुधार हुआ और भारतीय मुद्रा ने 86.66 के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
कैपेक्स गोल्ड एंड इंवेस्टमेंट्स के सीईओ राजीव दत्ता का मानना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारतीय शेयर बाजार से अपने पैसे की निकासी के साथ ही वैश्विक बाजार में जारी उथल पुथल ने आज भारतीय मुद्रा को कमजोर करने में अहम भूमिका निभाई। उनके अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत आज आई तेजी की वजह से भी मुद्रा बाजार के सेंटिमेंट्स पर निगेटिव असर पड़ा, जिसकी वजह से रुपया कमजोर होता चला गया।
भारतीय मुद्रा रुपये ने डॉलर के मुकाबले तो आज कमजोरी दिखाई, लेकिन ज्यादातर दूसरी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मुकाबले उसने मजबूत प्रदर्शन किया। आज के कारोबार के बाद ब्रिटिश पौंड (जीबीपी) की तुलना में रुपया 22 पैसे की मजबूती के साथ 116.24 के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह यूरो की तुलना में रुपया आज 41 पैसे की तेजी के साथ 101.11 के स्तर तक पहुंच गया।
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
