
– चीता के बाड़े की वायर फेसिंग को किया जा रहा दुरस्तः डी.एफ.ओ.
नीमच, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में इन दिनों जमकर बारिश हो रही है। खासकर मालवा-निमाड अंचल में भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। नीमच और मंदसौर जिले में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात हुई तेज बारिश से गांधी सागर अभयारण्य में जल भराव की स्थिति है। यहां कूनो राष्ट्रीय उद्यान से शिफ्ट किए गए दो चीतों के बाड़ों तक पानी पहुंच गया है। हालांकि, वन विभाग का दल चीतों की सतत मॉनिटरिंग कर रहा है।
मंदसौर वन परिक्षेत्र के वनमण्डलाधिकारी (सामान्य) संजय रायखेड़े ने सोमवार को बताया कि मौसम विभाग द्वारा बार-बार नीमच-मंदसौर जिले में अतिवर्षा होने की सूचना एसएमएस के माध्यम से मोबाइल पर प्राप्त हो रही थी। भानपुरा रामपुरा तहसील ब्लाक में 27 जुलाई को अतिवृष्टि हुई, जिसके चलते कारण गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य के अन्तर्गत रामपुरा पठार क्षेत्र पर निर्मित की गई चीता बाड़ा फेसिंग के क्षेत्र के अंदर से निकल रहे नालों में पानी का अत्यधिक तेज बहाव होने के कारण 28 जुलाई की मध्य रात्रि में लगभग 2 से 4 बजे के बीच करणपुरा-रावलीकुडी क्षेत्र में पानी के साथ बहकर आई घांस, पत्तों तथा कुड़ा-करकट से पानी के बहाव में अवरोध, रूकावट पैदा होने के कारण नालों पर लगी फेसिंग कुल तीन स्थानों पर झुक गई है।
उन्होंने बताया कि फेसिंग के झुक जाने के कारण क्षेत्र में विचरण कर रहे किसी भी वन्यप्राणी को कोई क्षति, हानि नहीं पहुंची हैं। झुकी हुई फेंसिंग को वन अमले द्वारा पुनः खडा करने, यथा स्थिति में लाने हेतु त्वरित कार्यवाही की जा रही है, साथ ही जिस फेंसिंग क्षेत्र में चीते छोडे़ गये हैं, वह क्षेत्र पूर्ण रूप से सुरक्षित है एवं क्षेत्र में चीते स्वछंद विचरण कर रहे हैं, जिनकी सतत मॉनिटरिंग गठित निरीक्षण दल द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही फेंसिंग क्षेत्र से गुजर रहे अन्य नालों की भी सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। अतिवृष्टि के कारण नीमच, झालावाड़ राजमार्ग में गांधीसागर बांध क्षेत्र में भू-स्खलन की घटना होने से राजमार्ग भी बाधित होना पाया गया है, जिसे स्थानीय प्रशासन की सहायता से खोले जाने की कार्यवाही की जा रही है।
(Udaipur Kiran) तोमर
