मुंबई, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘लाडली बहना’ योजना की लगभग 26.34 लाख लाभार्थी महिलाओं को अपात्र घोषित कर दिया गया है, जबकि करीब 2.25 करोड़ लाभार्थी बहनों के खाते में जून महीने की किस्त का पैसा जमा किया गया है। सरकार ने दावा किया है कि अपात्र घोषित महिलाओं को अब योजना का पैसा नहीं मिलेगा।
महायुति सरकार के आंकड़ों के मुताबिक सूबे में 26.34 लाख लाभार्थी महिलाओं को लाडली बहना योजना की पूर्व निर्धारित शर्तों के अनुसार अपात्र घोषित किया गया है। इन महिलाओं को जून महीने से योजना का लाभ नहीं मिलेगा। ये महिलाएं एक से ज्यादा योजनाओं का लाभ ले रही थीं। कुछ परिवारों में 2 से ज्यादा लाभार्थी महिलाओं को योजना का लाभ मिल रहा था। इससे पहले जांच में खुलासा हुआ था कि सरकारी कर्मचारी महिलाएं भी योजना का लाभ उठा रही थीं। आयकर से सरकार को जानकारी मिली है कि 2.5 लाख से अधिक आय वाले परिवारों वाली लाभार्थी महिलाओं की संख्या 50 लाख से ज्यादा है। इन 50 लाख लाभार्थी महिलाओं को भी आगामी दिनों में अयोग्य घोषित किया जा सकता है।
जांच में पता चला है कि कुछ जगहों पर पुरुष महिला बनकर योजना का लाभ उठा रहे थे। योजना का लाभ लेने वाले 14,298 पुरुषों को चिन्हित किया गया है। अगस्त 2024 में योजना शुरू होने के बाद से इन पुरुषों को 21.44 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। महिला बनकर योजना का लाभ लेने वाले पुरुषों की संख्या बढ़ सकती है। जांच में 2,36,014 लाभार्थियों के नाम संदिग्ध पाए गए हैं। राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने योजना का लाभ लेने वाले पुरुषों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और पैसे की वसूली करने का आदेश दिया है। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के अनुसार योजना का गलत लाभ लेने वाले पुरुषों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ पैसों की वसूली की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
