
हरिद्वार, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । शिव चतुर्दशी पर भगवान भोले भंडारी के जलाभिषेक के साथ हरिद्वार में श्रावण मास का विश्व प्रसिद्ध कांवड़ मेला पूर्ण हो गया।। लगभग एक पखवाड़े की इस मेला अवधि में हरिद्वार से करीब 04 करोड़ 53 लाख शिव भक्त कांवड़ियों ने गंगाजल भरा और अपने स्थान पर जाकर अभीष्ट शिवालयों में भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
प्रशासन के अनुसार मेले की शुरुआत से बुधवार (23 जुलाई) की शाम तक 04 करोड़ 52 लाख 90 हजार से ज्यादा कांवड़ियों ने हरिद्वार से गंगा जल भरकर अपने गंतव्य स्थानों के लिए प्रस्थान किया। इस अवधि में सैकड़ों किलोमीटर चलकर दूर दूर से आये शिवभक्तों के हुजूम ने हरिद्वार को पूरी तरह हर हर- बम बम और भोले के नारों से गुंजायमान रखा। बीते चार दिंन से हर की पैड़ी तो क्या हरिद्वार में भी डाक कांवड़ियों की भारी आवक से पैर रखने की जगह नहीं थी। कांवड़ियों के लौटने के बाद बुधवार शाम को हरिद्वार में खालीपन और सूनापन दिखाई दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि मेला प्रारम्भ होने से भगवान शिव के जलाभिषेक के दिन बुधवार तक 04 करोड़ 52 लाख 90 हजार कांवड़ियों ने हरिद्वार से गंगाजल भरा और अपने गंतव्यों को रवाना हुए। उन्होंने बताया कि छोटी-मोटी घटनाओं को छोड़कर कावड़ मेला निर्विघ्न संपन्न हुआ।
उन्होंने बताया कि संपूर्ण मेला अवधि में गंगा में डूब रहे 183 कांवड़ियों में से 170 शिवभक्तों को एसडीआरएफ,पीएसी एवं सेना की टीम ने स-कुशल रेस्क्यू किया, 04 कांवड़ियों की डूबने से मृत्यु हो गई जबकि 09 लापता है। इस दौरान सैकड़ों की तादाद में खोए हुए लोगों को पुलिस ने ढूंढकर परिजनों से मिलाया। कांवड़ियों की भारी भीड़ के बावजूद हरिद्वार जनपद में कानून व यातयात व्यवस्था सामान्य रही।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
