
धर्मशाला, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिला कांगड़ा में नशे के दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक व्यापक अभियान चलाने की आवश्यकता है। नशे की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग तथा अन्य संबंधित सरकारी विभागों सहित क्षेत्र में कार्य कर रहीं गैर सरकारी संस्थाओं और आम समाज को संगठित रूप में काम करने की जरूरत है। राष्ट्रीय नार्को समन्वय पोर्टल (एनकॉर्ड) की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा विनय कुमार ने यह बात कही। बुधवार को आयोजित इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीर बहादुर भी उपस्थित रहे।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए एक पूरी तरह समर्पित जागरूकता अभियान जिले में चलाया जाये। उन्होंने कहा कि सभी विभाग और गैर सरकारी संस्थाएं मिलकर जागरूकता सामग्री तैयार करें। उन्होंने नशे के आदी और संभावित आसक्त को लेकर अलग अलग जागरूकता सामग्री बनाने के निर्देश बैठक में दिये, जिससे दोनों श्रेणियों के लोगों को उनकी स्थिति के हिसाब से जागरूक किया जा सके। उन्होंने इस क्षेत्र में काम कर रही गैर सरकारी संस्थाओं को इस बारे विस्तृत परियोजना बनाने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जिले के स्कूलों में नशे के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूकता अभियान में गंभीर प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों में निर्मित प्रहरी क्लब को एक्टिव किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रहरी क्लब के इंचार्ज की जिम्मेदारी ऐसे शिक्षक को दी जाए जो इस विषय को लेकर गंभीर है और जिसकी बच्चों में भी स्वीकार्यता है। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि जिले के सभी स्कूलों में प्रहरी क्लब के इंचार्ज अध्यापकों के लिए एक वर्कशाॅप का आयोजन भी किया जाए, जिससे उन्हें उनकी भूमिका और जिम्मेदारी से अवगत करवाया जा सके।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
