
-एक्शन में आए एसएसपी ने किया निलंबित, सीओ सिटी को सौंपी जांच
झांसी, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । यूपी पुलिस की महिला सिपाही के साथ झांसी के चिरगांव में तैनात दरोगा और उसके साथी द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आने के बाद मंगलवार की शाम एसएसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया। आरोप है कि दरोगा द्वारा अश्लील वीडियो बनाने के साथ तस्वीरें भी खींची गई थीं। ब्लैकमेल कर होटल में बुलाकर हैवानियत की गई। मामला 2 साल पुराना बताया जा रहा है। पीड़िता ने सोमवार को आरोपिताें के खिलाफ मथुरा में मुकदमा दर्ज कराया। मंगलवार की शाम को एसएसपी ने दरोगा को निलंबित करते हुए पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी नगर को सौंपी गई है।
झांसी में तैनात महिला कांस्टेबल की ओर से मथुरा के जमुनापार थाना पुलिस को शिकायती पत्र दिया गया। महिला सिपाही ने आरोप लगाया कि वह जमुनापार इलाके की रहने वाली है। 17 फरवरी 2023 को उसकी बहन की शादी थी। इसमें शामिल होने के लिए झांसी के चिरगांव थाने में तैनात दरोगा रविकांत गोस्वामी पहुंचे थे। दरोगा मूल रूप से बागपत का रहने वाला है। पीड़ित महिला सिपाही ने आरोप लगाया कि दरोगा लक्ष्मीनगर में एक फॉर्म हाउस में कमरा बुक कराकर वहां ठहरा था। रात में दरोगा ने मिलने के लिए उसे वहां बुलाया। इसके बाद बहाने से जूस में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। वह बेहोश हो गई। इसके बाद बेहोशी की हालत में उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान उसके अश्लील वीडियो भी बनाए और आपत्तिजनक तस्वीरें भी खीचीं।
दरोगा ने शिकायत करने पर वीडियो-फोटो वायरल करने की धमकी दी। इससे वह कई दिनों तक डरी-सहमी रही। इसके बाद 22 जून 2023 को दरोगा रविकांत ने उसे मुरादाबाद के सिविल लाइंस स्थित एक होटल में मिलने के लिए बुलाया। यहां भी धोखे में रखकर जूस में नशीला पदार्थ मिलाकर दे दिया। इसके बाद रविकांत और उसके मुरादाबाद निवासी दोस्त दीक्षांत शर्मा ने पीड़ित महिला सिपाही के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। बदनामी के डर से वह चुप रही। इसके बाद 12 जनवरी 2025 को झांसी के एक निजी हॉस्पिटल में बुलाकर दोनों आरोपिताें ने उसके साथ मारपीट की और धमकाया। महिला कांस्टेबल ने सोमवार को मथुरा पहुंचकर दोनों के खिलाफ गैंगरेप और मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया है। एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि आरोपित दरोगा रविकांत गोस्वामी को निलंबित कर दिया गया है। इस पूरे मामले की जांच सीओ सिटी रामवीर सिंह को सौंपी गई है।
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(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया
