HimachalPradesh

हिमाचल विश्वविद्यालय के 56वाें स्थापना दिवस पर राज्यपाल ने नैतिक शिक्षा और नवाचार पर दिया जोर

शिमला, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का 56वां स्थापना दिवस समारोह आज गरिमामय वातावरण में आयोजित किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलपति शिव प्रताप शुक्ल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और शिक्षकों, विद्यार्थियों, पूर्व छात्रों एवं कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की पचास वर्षों से अधिक की गौरवशाली शैक्षणिक विरासत की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान केवल ज्ञान का केंद्र नहीं, बल्कि नैतिक मूल्यों, नवाचार और चरित्र निर्माण का भी एक सशक्त मंच है। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों से आह्वान किया कि वे नैतिक शिक्षा को बढ़ावा दें और अनुसंधान एवं नवाचार को प्राथमिकता में रखें।

उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जहां कभी यह संस्थान मात्र 8 विभागों से शुरू हुआ था, वहीं आज इसमें 52 विभाग, 7000 से अधिक विद्यार्थी और 1100 से अधिक शोधार्थी अध्ययनरत हैं। उन्होंने पांच नए बहुविषयक अनुसंधान एवं नवाचार केंद्रों की स्थापना की सराहना की और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को समावेशी, आधुनिक और परिणामोन्मुखी बताते हुए विश्वविद्यालय से इसमें सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।

‘नशामुक्त हिमाचल’ अभियान का समर्थन करते हुए राज्यपाल ने युवाओं से समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने और स्वस्थ, नशामुक्त हिमाचल के निर्माण में आगे आने की अपील की। उन्होंने राज्य में प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए विकास योजनाओं में पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता बताई।

राज्यपाल ने यह भी उल्लेख किया कि राजनीति, विज्ञान, कानून, साहित्य और खेल जैसे विभिन्न क्षेत्रों की कई प्रतिष्ठित हस्तियां इसी विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर चुकी हैं। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे विकसित भारत@2047 के निर्माण में सक्रिय योगदान दें।

इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की छात्र पत्रिका ‘परिसंवाद’, जर्नल ‘हिमशिखर’ और नशा विरोधी गतिविधियों की रिपोर्ट का विमोचन किया।

समारोह में डॉ. मदन जालटा, छात्रा नवनीता और छात्र लक्ष्य द्वारा नशा निवारण पर आधारित लोकगीत प्रस्तुत किए गए, साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भी सभी का मन मोह लिया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. महावीर सिंह ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के समग्र विकास तथा नव स्थापित बहुविषयक केंद्रों की जानकारी साझा की। उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता और नवाचार को शिक्षा का भविष्य बताया।

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(Udaipur Kiran) शुक्ला

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