
मंदसौर, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । सावन के दूसरे सोमवार को भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। पहले सोमवार की तरह दूसरे सोमवार को भी भीड़ ज्यादा होने की वजह से श्रद्धालुओं को गर्भगृह के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। दर्शनार्थीयों ने बाहर से ही कतारबद्ध होकर बाबा के दर्शन किये। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस और प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद रहाा। मंदिर के पुजारी राकेश भट्ट ने बताया कि 21 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार भी था और इसके साथ ही एकादशी महापर्व था।
इस संयोग के कारण सुबह से ही भारी संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। भगवान पशुपतिनाथ की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया है और उन्हें पगड़ी भी पहनाई गई है। इस अवसर पर भगवान के सभी आठ मुखों का अलग-अलग श्रृंगार किया गया है। सोमवार को पिपलियामंडी सहित अनेक ग्रामीण क्षेत्रों से कावड़ यात्री भी मंदिर पहुुंचे थे। उल्लेखेनीय है कि भगवान पशुपतिनाथ की यह प्रतिमा सन 1939 में शिवना नदी से प्राप्त हुई थी और साल 1961 में इसे गर्भगृह में स्थापित किया गया था।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया
