
जयपुर, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजस्थान में मानसून की सक्रियता में फिलहाल कमी आई है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी पांच दिनों तक राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियाँ कम रहेंगी। हालांकि, पूर्वी राजस्थान में 27-28 जुलाई के आसपास एक बार फिर भारी बारिश का नया दौर शुरू होने की संभावना जताई गई है।
जयपुर-अजमेर और टोंक जिलों की पेयजल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत बीसलपुर बांध अपनी कुल भराव क्षमता के 94 प्रतिशत तक भर चुका है। सोमवार को बांध का जलस्तर 315.23 आरएल मीटर दर्ज किया गया, जबकि इसकी पूर्ण क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। त्रिवेणी नदी का गेज 3.2 मीटर तक पहुंच गया है। यदि पानी की आवक इसी तरह बनी रही तो जुलाई महीने में पहली बार बीसलपुर बांध के गेट खोले जा सकते हैं, जो अब तक केवल अगस्त-सितंबर में ही खोले गए थे।
सोमवार को श्रीगंगानगर, राजसमंद, पाली, जयपुर, डूंगरपुर और जालौर में हल्की बारिश दर्ज की गई। जयपुर, अजमेर, टोंक, दौसा, कोटा और भरतपुर में दिनभर बादल छाए रहे, हालांकि अधिकांश जिलों में मौसम साफ रहा। श्रीगंगानगर सोमवार को प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा, जहाँ अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री दर्ज किया गया।
कोटा में चंबल नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण बैराज के दो गेट दो-दो फीट तक खोले गए हैं। इन गेटों से 5,014 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। सिरोही जिले में बनास नदी में नहाने गए दो युवकों की डूबने से मौत हो गई।
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, मानसून ट्रफ लाइन उत्तर की ओर शिफ्ट हो गई है और वर्तमान में यह जम्मू और चंडीगढ़ के पास स्थित है। साथ ही दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। 22-23 जुलाई को दक्षिण-पूर्वी व उत्तर-पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर मध्यम से तेज बारिश की संभावना है। हालांकि 24 से 26 जुलाई के बीच बारिश की गतिविधियों में विशेष कमी रहने की संभावना है। 27-28 जुलाई से पूर्वी राजस्थान में एक बार फिर भारी बारिश हो सकती है।
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(Udaipur Kiran) / राजेश
