मुंबई, 21 जुलाई (हि.सं.)। महाराष्ट्र में नर्से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. उनका मुंबई के आज़ाद मैदान में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इस हड़ताल में अब सरकारी कर्मचारी भी कूद गए हैं। ग्रुप-डी कर्मचारी महासंघ ने नर्सों के आंदोलन को समर्थन दिया है। राज्य सरकार को चेतावनी दी गई है कि अगर सरकार तुरंत कोई समाधान नहीं निकालती है, तो ग्रुप-डी कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे।
ग्रुप-डी सरकारी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष भाऊसाहेब पठान व महासचिव बाबाराम कदम ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मेडिकल शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ और स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर को पत्र लिखकर तत्काल निर्णय लेने का अनुरोध किया है। राज्य सरकार को संवेदनशीलता से संवाद करना चाहिए। अन्यथा स्वास्थ्य प्रणाली के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है।
महाराष्ट्र राज्य नर्सेज एसोसिएशन के नेतृत्व में 18 जुलाई 2025 से नर्सों की अनिश्चितकाल हड़ताल चल रही है। नर्सों की हड़ताल से सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने का खतरा है। इसका असर मरीजों पर पड़ सकता है। नर्सों का आरोप है कि संशोधित वेतनमान, शिफ्ट ड्यूटी में अन्याय, सुरक्षित कार्य परिस्थितियां और सेवानिवृत्ति लाभों में आने वाली बाधाओं की अनदेखी की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
