
नई दिल्ली, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । वैश्विक बाजार में डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के वायदा कारोबार में तेजी आने की कारण आज रुपया डॉलर की तुलना में गिरावट के साथ बंद हुआ। मुद्रा बाजार में भारतीय मुद्रा आज डॉलर की तुलना में 14 पैसे फिसल कर 86.30 (अनंतिम) के स्तर पर बंद हुई। इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भारतीय मुद्रा 86.16 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुई थी।
रुपये ने आज के कारोबार की शुरुआत भी कमजोरी के साथ ही की थी। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में भारतीय मुद्रा ने आज सुबह डॉलर के मुकाबले 6 पैसे की कमजोरी के साथ 86.22 रुपये के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। स्टॉक मार्केट में आज शुरुआती दौर में विदेशी निवेशकों द्वारा जमकर की गई बिकवाली के कारण मुद्रा बाजार में रुपये पर भी दबाव की स्थिति बन गई। डॉलर की मांग बढ़ने पर रुपया 20 पैसे फिसल कर 86.36 के स्तर तक गिर गया था।
हालांकि, शुरुआती कारोबार के बाद विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने स्टॉक मार्केट में जमकर खरीदारी शुरू कर दी, जिससे मुद्रा बाजार में डॉलर की आवक भी बढ़ गई। डॉलर की उपलब्धता बढ़ने के कारण ही रुपया निचले स्तर से 17 पैसे की रिकवरी करके 86.19 के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि, बाद में एफआईआई ने शेयर बाजार लिवाली रोक दी, जिसकी वजह से डॉलर में दोबारा मजबती आ गई। पूरे दिन के कारोबार के बाद भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 14 पैसे गिर कर 86.30 रुपये के स्तर पर बंद हुई।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि डॉलर की मजबूती और विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारतीय शेयर बाजार से अपने पैसे की निकासी ने मुख्य रूप से भारतीय मुद्रा को कमजोर करने में मुख्य भूनिका निभाई। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के वायदा कारोबार में आई तेजी की वजह से भी डॉलर की मांग तेज होने की आशंका बन गई, जिसने अंततः रुपये को कमजोर करने का काम किया।
रुपया आज डॉलर के साथ ही ज्यादातर दूसरी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मुकाबले भी कमजोर पड़ता हुआ नजर आया। आज के कारोबार के बाद ब्रिटिश पौंड (जीबीपी) की तुलना में रुपया 33 पैसे की कमजोरी के साथ 116.14 के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह यूरो की तुलना में रुपया आज 25 पैसे की गिरावट के साथ 100.48 के स्तर तक गिर गया।
—————
(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
