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आरटीई में दाखिला नहीं होने से आक्रोशित अभिभावक बुधवार को शिक्षा संकुल पर करेंगे हल्ला बोल प्रदर्शन

आरटीई में दाखिला नहीं होने से अभिभावक बुधवार को शिक्षा संकुल पर जुटेंगे और करेंगे  हल्ला बोल प्रदर्शन

जयपुर, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । राइट टू एजुकेशन (आरटीई) में प्रवेश नहीं होने को लेकर आक्रोशित अभिभावक बुधवार को शिक्षा संकुल, जेएलएन मार्ग के मुख्य द्वार पर हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे।

संयुक्त अभिभावक संघ कहना है कि शिक्षा निदेशक, जिला जिला अधिकारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी लगातार पत्र जारी कर निजी स्कूलों में आरटीई के चयनित विद्यार्थियों का दाखिला दिलवाने की बात कर रहे है, स्कूलों को आदेश देकर दाखिला देने की बात कर रहे है उसके बावजूद निजी स्कूल संचालक शिक्षा विभाग के आदेशों को ठेंगा दिखाकर अभिभावकों को दाखिला देने से स्पष्ट मना कर रहे है जिसके चलते अभिभावक दोहरे मानसिक तनाव के दौर से गुजरने पर मजबूर हो रहे है।

संयुक्त अभिभावक संघ राजस्थान प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि राइट टू एजुकेशन जरूरतमंद और गरीब परिवारों के बच्चों को अच्छी, बेहतर और जरूरी शिक्षा का एकमात्र साधन है जिसे स्वयं देश के संविधान ने अभिभावकों को प्रदान किया है, उसके बावजूद निजी स्कूलों की मनमानी ना केवल अभिभावकों पर हावी हो रही है बल्कि यही निजी स्कूल शिक्षा विभाग तक के आदेश को ठेंगा दिखाकर अभिभावकों को ठोकरें खिलाने पर मजबूर कर रहे है। स्कूलों का सत्र प्रारंभ हुए 22 दिन गुजर चुके है किंतु आरटीई के विद्यार्थियों की अभी तक पढ़ाई शुरू नहीं हुई है। शिक्षा विभाग आरटीई में दाखिला नहीं देने पर निजी स्कूलों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं जिससे निजी स्कूलों और शिक्षा विभाग की आपसी मिलीभगत स्पष्ट देखने को मिलती है।

अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि शिक्षा विभाग पत्र पर पत्र जारी कर रहा है, लेकिन निजी स्कूलों की हठधर्मिता रुकने का नाम नहीं ले रही है, किंतु अब ऐसा नहीं होगा, प्रदेश का अभिभावक अब शिक्षा विभाग और निजी स्कूलों को उनका आईना दिखाएगा। आगामी बुधवार को प्रातः 10 बजे से स्कूल और प्रशासन के खिलाफ ना केवल अभिभावक एकजुट होगे बल्कि हल्ला बोल प्रदर्शन कर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की पोल भी खोलेंगे। इस आंदोलन में संघ प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल, महामंत्री संजय गोयल, एडवोकेट रूपचंद वर्मा, रवि खंडेलवाल सहित राजधानी जयपुर के आरटीई में दाखिला नहीं होने से 30 से अधिक स्कूलों के अभिभावक भी शामिल होंगे।

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(Udaipur Kiran)

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