
मंदसौर, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । वनमण्डल मंदसौर के अंतर्गत वनपरिक्षेत्र भानपुरा में वन्यजीवों के अवैध व्यापार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में वन विभाग ने रविवार को मॉनिटर लिजर्ड (गोह- जिसे हत्था जोड़ी कहा जाता है) के शरीर के अंगों की तस्करी करने के आरोप में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। यह सफल ऑपरेशन मुख्य वन संरक्षक मस्तराम बघेल और वनमंडलाधिकारी संजय रायखेरे के मार्गदर्शन तथा उप वनमंडलाधिकारी सरोज रोज के निर्देशन में भानपुरा परिक्षेत्र में संपन्न हुआ।
सामान्य वनमंडल मंदसौर के वनमंडलाधिकारी संजय रायखेरे ने बताया कि रविवार को वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग मॉनिटर लिजर्ड के शरीर के हिस्से हत्था जोड़ी बेचने की फिराक में हैं। सूचना पर कार्यवाही करते हुए वन स्टाफ ने एक कर्मचारी को ग्राहक बनाकर संदिग्धों से मिलने भेजा। पूर्व नियोजित इशारे पर वन अमले ने त्वरित कार्यवाही करते हुए दो संदिग्धों को मौके पर ही हिरासत में ले लिया। संदिग्धों की तलाशी लेने पर उनके पास से 42 नग हत्था जोडी, एक चाकू और कुछ नकदी बरामद हुई। इस मामले में आरोपियो के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर आगे की विस्तृत जांच और आवश्यक कानूनी कार्यवाही जारी है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान विजय पुत्र रमेश निवासी ग्राम तोरनिया नाहरगढ़ तहसील भानपुरा जिला मंदसौर एवं समरथनाथ पुत्र सिंघानाथ निवासी ग्राम हनुमंतिया, कुकडेश्वर तहसील, मनासा जिला नीमच के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद, इस मामले से जुड़े एक और संदिग्ध करण उर्फ धर्मा हरिजन निवासी कुकडेश्वर तहसील, मनासा जिला नीमच को भी हिरासत में लिया गया है। गोह (Monitor Lizard) को भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची एक के तहत् संरक्षित किया गया है और लुप्तप्राय प्रजातियो में अंतराष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (सीआईटीईएस) के परिशिष्ट 1 में सूचीबद्ध किया गया है जो जानवर या उसके शरीर के अंगो के आयात या निर्यात को प्रतिबंधित करता है।
(Udaipur Kiran) तोमर
