
हुगली, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण अरामबाग और खानाकुल के बड़े हिस्से पानी में डूबे हुए हैं। जिन रास्तों पर पानी नहीं है, उनकी हालत भी बेहद खस्ता बनी हुई है। वहीं, इलाके के कई पुलों की स्थिति भी जर्जर हो चुकी है। वर्षों से इन समस्याओं को लेकर स्थानीय लोगों में नाराज़गी लगातार बढ़ रही थी, जो रविवार को सड़क अवरोध और विरोध प्रदर्शन के रूप में सामने आई।
स्थायी पुल, सड़कों की मरम्मत और नदी पार करने के लिए नाव की मांग को लेकर तीन गांवों के लोगों ने मिलकर रास्ता जाम कर दिया और शासक दल के प्रधान और उपप्रधान की उदासीनता के खिलाफ नारेबाजी की।
विरोध प्रदर्शन की खबर सुनकर राममोहन दो नम्बर ग्राम पंचायत के उपप्रधान सुझीत घोष मौके पर पहुंचे, लेकिन प्रदर्शनकारी उनसे उलझ पड़े। यह घटना खानाकुल के हेलन इलाके में पुरशुरा-खानाकुल राज्य सड़क के पास घटी, जहां कुछ ही समय में माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया। प्रदर्शनकारियों ने बांस डालकर सड़क के दोनों तरफ से रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया और कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक किसी की आवाजाही की जरूरत नहीं।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन को शिकायत की, लेकिन ना तो सड़कों की मरम्मत हुई, ना ही पुलों की स्थिति सुधरी। नाराज़ ग्रामीणों ने उपप्रधान से पूछा कि सरकार और पंचायत इतनी उदासीन क्यों है? आखिर हमारे क्षेत्र का विकास कब होगा?
हालांकि सुझीत घोष ने जल्द नाव की व्यवस्था और सड़कों की मरम्मत का आश्वासन दिया, लेकिन लोग इससे संतुष्ट नहीं दिखे और उनके साथ बहस भी हुई।
स्थिति बिगड़ती देख खानाकुल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची, और काफी मशक्कत के बाद अवरोध हटवाया गया। लेकिन ग्रामीणों की चेतावनी है कि अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो विरोध और तेज होगा।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
